श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान संगठन के संस्थापक और हिंदुत्व के कट्टर विचारक संभाजी भिडे की गिरफ्तारी की मांग करने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी चव्हाण के ईमेल पर दी गई है। जिसके बाद पश्चिमी महाराष्ट्र के कराड शहर में उनके आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चव्हाण के ऑफिस की ओर से कहा बताया, ‘ संभाजी भिड़े के खिलाफ बोलने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हुए उन्हें एक ईमेल भेजा गया। कराड शहर पुलिस स्टेशन में एक पुलिस शिकायत दर्ज की गई है, और उनके आवास पर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।’

चव्हाण ने शुक्रवार को विधानसभा में राज्य सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए भिडे द्वारा महात्मा गांधी और उनकी मां के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणियों का मुद्दा उठाया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की थी कि राज्य सरकार इस मामले को देखेगी।

उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने संभाजी भिडे के बयान की निंदा की। फडणवीस ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं और उन्हें भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नेता के रूप में देखा जाता है। लोग उनके खिलाफ इस तरह के बयान को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में उचित कदम उठाएगी, क्योंकि महात्मा गांधी का अपमान बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हालांकि, फडणवीस ने दावा किया कि उनकी पार्टी भाजपा का भिड़े से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि वह अपना स्वतंत्र संगठन चलाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा विवाद का राजनीतिकरण निंदनीय है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब वीर सावरकर का अपमान किया गया था, तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इसी तरह सड़कों पर उतरना चाहिए था।

अमरावती जिले में दो दिन पहले महात्मा गांधी पर कथित अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर शनिवार को दक्षिणपंथी कार्यकर्ता संभाजी भिड़े के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिव प्रतिष्ठान के संभाजी भिड़े के खिलाफ राजापेठ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153A के तहत एफआईआर दर्ज की है। भिड़े ने कथित टिप्पणी गुरुवार को अमरावती के बडनेरा रोड इलाके में भारत मंगल हॉल में एक सभा को संबोधित करते हुए की गई थी।

पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने फडणवीस की टिप्पणियों पर उनकी आलोचना की। जबकि फडणवीस का दावा है कि भाजपा का भिड़े से कोई लेना-देना नहीं है, उसके कार्यकर्ता भिडे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए हमारी नेता यशोमति ठाकुर के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। सरकार अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करेगी और विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को भिडे के खिलाफ निश्चित कार्रवाई का प्रस्ताव पेश करेगी।