मध्य प्रदेश में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सभी सीटें हार गई। बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है। इसके बाद कांग्रेस के अंदरखाने बगावत तेज हो गई है। कांग्रेस नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने हार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को जिम्मेदार ठहराया है।

जीतू पटवारी के कार्यकाल की हो समीक्षा

अजय सिंह ने कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के कार्यकाल की समीक्षा की मांग करता हूं क्योंकि उनके नेतृत्व में बड़ी संख्या में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी।

अजय सिंह ने कहा कि जब बड़े नेता हमारे पार्टी छोड़ रहे थे तो उन्हें रोकने के लिए क्या कदम उठाए थे, इस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हार के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए। अजय सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में बड़ी हार से पार्टी के कार्यकर्ता निराश हैं।

कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर भी साधा निशाना

इसके अलावा अजय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह दोनों ही नेता अपने गृह क्षेत्र से बाहर क्यों नहीं निकले और चुनाव में इन्होंने किसके लिए प्रचार किया, इसका पता भी नेतृत्व को करना चाहिए। अजय सिंह ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और विधायक रामनिवास रावत जैसे नेताओं ने पार्टी छोड़ी। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वार्थी नेताओं ने जब संकट के समय पार्टी छोड़ दी है, तो उन्हें कभी वापस नहीं लिया जाना चाहिए।

बता दें कि अजय सिंह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहे दिवंगत अर्जुन सिंह के बेटे हैं। अर्जुन सिंह कांग्रेस पार्टी के बड़े चेहरे हुए करते थे। अजय सिंह ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि जब 2013 में मैं नेता प्रतिपक्ष था और कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई थी तब मैंने इस्तीफा दिया था। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी किसी न किसी को लेनी पड़ेगी क्योंकि आज तक इतनी बुरी हार कभी नहीं हुई।