Ravi Shankar Prasad: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संविधान निर्माताओं को पता था कि भगवान राम और कृष्ण इस देश की विरासत हैं, बाबर या औरंगजेब नहीं। प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी को अपना शिक्षक बदलने की जरूरत है, क्योंकि उन्हें तथ्यों की जानकारी नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि उन्हें अंडमान और निकोबार की सेलुलर जेल का दौरा करना चाहिए जहां वीर सावरकर ने 11 साल बिताए थे।

रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के सहयोगियों को याद दिलाते हुए कहा कि आपातकाल के दौरान सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को जेल में डाल दिया गया था और द्रमुक सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था, प्रसाद ने 1975 में आपातकाल के दौरान सेंसरशिप को स्वीकार नहीं करने के लिए इंडियन एक्सप्रेस और इसके संस्थापक रामनाथ गोयनका की प्रशंसा की।

भाजपा के दिग्गज नेता ने कहा कि सभी अख़बारों की बिजली काट दी गई। सेंसर मानोगे तो हम मानेंगे। हम इंडियन एक्सप्रेस और रामनाथ गोयनका की सराहना करेंगे क्योंकि उन्होंने (सेंसरशिप) स्वीकार नहीं की और दृढ़ रहे।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मूल संविधान में लंका विजय के बाद सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटते भगवान राम की तस्वीरें थीं, भगवान कृष्ण, बजरंगबली हनुमान, महावीर, नटराज, गुरु गोविंद सिंह, छत्रपति शिवाजी और अकबर की तस्वीरें थीं, लेकिन बाबर और औरंगजेब की नहीं। उन्होंने कहा कि अगर आज संविधान बना होता तो विपक्ष उसमें ऐसी तस्वीरें डालने का विरोध करता।

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प्रसाद ने कहा कि हमारी विरासत भगवान राम, कृष्ण, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, अरबिंदो घोष, लोकमान्य तिलक, नारायण गुरु, सुब्रमण्यम भारती और महात्मा गांधी हैं। औरंगजेब, बाबर कभी हमारी विरासत नहीं हो सकता।

कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि आपातकाल के बारे में चर्चा हो रही है। हां, ऐसा हुआ था… और अन्याय हुआ था… कोई भी इससे इनकार नहीं कर रहा है। चुनाव हुआ और कांग्रेस और इंदिरा गांधी को बाहर कर दिया गया। यह हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है कि वही इंदिरा गांधी 1980 में फिर से प्रधानमंत्री बनीं।

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(लालमणि वर्मा की रिपोर्ट)