प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राहुल गांधी की एक टिप्पणी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के बयान पर हंगामे के कारण शुक्रवार को सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। पहले कार्यवाही को दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित किया गया। लेकिन एक बजे लोकसभा की बैठक पुन: शुरू होते ही दोनों पक्षों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

दरअसल लोकसभा की कार्यवाही के दौरान राहुल गांधी ने सवाल पूछा था। सवाल का जवाब देने से पहले डॉ. हर्षवर्धन ‘मोदी को डंडे पड़ने वाले बयान’ पर बोलने लगे। तभी तमिलनाडु से कांग्रेस सदस्य मनिकम टैगोर हर्षवर्धन के बिल्कुल सामने पहुंच गये थे जिन्हें रोकने के लिए कई मंत्री और भाजपा सांसद आगे आ गये। टैगोर के पीछे-पीछे केरल से कांग्रेस सदस्य हिबी इडेन भी सत्तापक्ष की ओर पहुंच गये। इस दौरान संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी सहित कई मंत्री और भाजपा सदस्य उन्हें रोकने के लिए पहुंच गये।

इस पूरे मामले पर राहुल गांधी ने कहा, “वायनाड में मेडिकल कॉलेज नहीं है, इसलिए मैं इस मुद्दे को उठाना चाहता था। मेरे द्वारा आवाज उठाना बीजेपी को पसंद नहीं है। हमें संसद में बोलने की अनुमति नहीं है। आप वीडियो देख सकते हैं कि कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने किसी के ऊपर हमला नहीं किया, बल्कि उनके ऊपर हमला किया गया।”

भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, “केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन राहुल गांधी के उस बयान पर लोकसभा में बोल रहे थे, तभी कांग्रेस सांसद मणीकम टैगोर ने उनके प्रति झपटे। यह लोकतंत्र के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।”

लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा, “राहुल गांधी के उकसाने के बाद उन्होंने ‘डंडा’ रास्ता दिखाने की सोची। यह डॉ. हर्षवर्धन के साथ दुर्व्यवहार करने का एक प्रयास था। यह कांग्रेस के हताशा के स्तर और गुंडई को दिखाता है।”

बीजेपी ने हंगामे पर स्पीकर ओम बिरला से शिकायत की है। गौरतलब है कि दिल्ली की एक चुनावी सभा में बुधवार को गांधी ने कहा था कि मौजूदा समय में जो हालात हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि छह महीने में प्रधानमंत्री को युवा डंडे मारेंगे। (भाषा इनपुट के साथ)