स्मोक अटैक के पांचवें आरोपी ललित ने दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। संसद में हुई सुरक्षा चूक का ये मुख्य आरोपी बताया गया था, इसी ने सभी दूसरे आरोपियों के फोन अपने पास रखे थे औ मौके से फरार हो गया था।दिल्ली पुलिस के मुताबिक गुरुवार को ललित खुद थाने आया और उसने सरेंड कर दिया। अभी के लिए पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

जानकारी के लिए बता दें कि वारदात वाले दिन स्मोक अटैक के बाद ललित राजस्थान भाग गया था। वो बस पकड़कर गया और फिर एक रात होटल में गुजारी। अभी के लिए उसने खुद दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर किया है, किस मंशा से उसने खुद आत्मसमर्पण किया, अभी स्पष्ट नहीं। लेकिन पुलिस ने ललित से अपनी पूछताछ शुरू कर दी है, माना जा रहा है कि हर बड़ा राज उसी की तरफ से बताया जाएगा। अभी के लिए इस मामले में पिछले 24 घंटे में काफी कुछ हो गया है।

  1. 13 दिसंबर को लोकसभा में दोपहर एक बजकर एक मिनट पर दो संदिग्ध लोग विजिटर गैलरी से संसद हॉल में कूद जाते हैं। उनकी तरफ से पीले रंग का स्पे छिड़का जाता है और अफरा तफरी का माहौल बनता है। दोनों को मौके से गिरफ्तार कर लिया जाता है। संसद भवन के बाहर भी इन आरोपियों के ही दो साथी नीलम और दूसरा शख्स गिरफ्तार होते हैं।
  2. इस घटना के तुरंत बाद स्पीकर ओम बिरला शाम को सर्वदलीय बैठक बुलाते हैं और सख्त जांच का आश्वासन देते हैं। विपक्षी सांसद इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर दबाव बनाते हैं।
  3. गुरुवार को संसद के शुरू होते ही जमकर हंगामा होता है। कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा है और बाद में कुल 15 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया जाता है। इसमें 14 लोकसभा के और एक राज्यसभा के सांसद शामिल रहते हैं। विपक्ष इसे लोकतंत्र की हत्या बताता है।
  4. सुरक्षा चूक के बाद संसद में कुछ बड़े बदलाव भी हो गए हैं। दर्शक दीर्घा के चारों ओर ग्लास की शील्ड बनाने का आदेश दे दिया गया है। इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। बॉडी स्कैनिंग मशीन लगाने पर भी सहमति बन गई है।
  5. दिल्ली पुलिस ने भी अपनी जांच में काफी कुछ पता लगा लिया है। ये सभी आरोपी फेसबुक के जरिए एक दूसरे से मिले थे। 9 महीने पहले ही तय कर लिया गया था कि संसद का सहारा लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।
  6. आरोपियों का प्लान सिर्फ स्मोक फैलाने का नहीं था। उनके पास पर्चे भी थे जिन्हें वे संसद में ही फेंकने की योजना बनाकर आए थे। उन पर्चों पर कई तरह के नारे लिखे हुए थे। लेकिन वो फेंक पाते, उससे पहले ही उनकी गिरफ्तारी हो गई।
  7. गुरुवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने सभी आरोपियों को सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। UAPA के तहत उन सभी पर चार्ज लगे हैं।
  8. गुरुवार देर रात इस वारदात के मास्टरमाइंड ललित झा ने भी दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।