मुंबई में शिवसेना मुख्यालय मातोश्री के बाहर में हनुमान चालीसा पाठ मामले में जेल से रिहा हुए निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल मुंबई पुलिस की तरफ से अदालत में आवेदन दाखिल कर शिकायत की गई है कि राणा दंपत्ति ने जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है। ऐसे में मांग की गई उनकी जमानत को रद्द किया जाए।
कोर्ट ने जारी किया नोटिस: जिसके बाद मुंबई सत्र न्यायालय ने विधायक रवि राणा और सांसद नवनीत राणा को एक नोटिस जारी कर पूछा है कि उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट क्यों नहीं जारी किया जाना चाहिए? क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर उन्हें दी गई जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है।
दरअसल हनुमान चालीसा विवाद पर मीडिया से बात न करने की शर्त पर कोर्ट ने 4 मई को राणा दंपति को जमानत दी थी लेकिन बीते रविवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने मीडिया से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई को जारी रखने का ऐलान किया।
ऐसे में सोमवार को उपनगरीय खार पुलिस ने विशेष लोक अभियोजक प्रदीप घरात के माध्यम से कोर्ट में एक आवेदन दायर कर मांग की राणा दंपत्ति की जमानत रद्द की जाये।
पीएम से मिलकर राणा दंपत्ति करेंगे शिकायत: वहीं दूसरी तरफ राणा दंपत्ति सोमवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर जेल में अपने साथ हुए खराब व्यवहार की शिकायत करेंगे। नवनीत राणा ने कहा कि जेल में हमारे साथ हुए खराब व्यवहार की बात प्रधानमंत्री के सामने रखूंगी।
राणा दंपति ने कहा कि उन्होंने कोर्ट की कोई अवमानना नहीं की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संपर्क कर महाराष्ट्र के अधिकारियों द्वारा उनके कथित दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाएंगे।
बता दें कि राणा दंपति को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने के मामले में 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। नवनीत राणा अमरावती से निर्दलीय सांसद हैं।