Lok Sabha Election 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में एक जनसभा में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी पर फिर से निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजीव गांधी और उनके ससुराल वाले आईएनएस विराट से छुट्टियां मनाने गए थे। उस समय सेना का चॉपर भी तैनात था। साथ ही उन्होंने वंशवाद पर भी हमला बोला। राजीव गांधी पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, “क्या आपने सुना है कि कोई अपने परिवार के साथ युद्धपोत से छुट्टियां मनाने जाये? आप इस सवाल से हैरान मत होइये, ये हुआ है और हमारे ही देश में हुआ है। कांग्रेस के नामदार परिवार ने आईएनएस विराट का व्यक्तिगत टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया, उसका अपमान किया था।”
नरेंद्र मोदी ने कहा, “ये बात तब की है जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे और10 दिन की छुट्टियां मनाने निकले थे। राजीव गांधी के साथ छुट्टी मनाने वालों मे, उनकी ससुराल वाले यानि इटली वाले भी शामिल थे। सवाल ये कि क्या विदेशियों को भारत के वॉरशिप पर ले जाकर तब देश की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं किया गया था? या सिर्फ इसलिए क्योंकि वो राजीव गांधी की ससुराल के लोग थे? जब एक परिवार ही सर्वोच्च हो जाता है, तब देश की सुरक्षा दांव पर लग ही जाती है। जब एक परिवार ही सर्वोच्च हो जाता है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की चिंता भी नहीं रह जाती।”
पीएम ने कहा, “कांग्रेस के नामदार परिवार की चौथी पीढ़ी को आज देश देख रहा है। लेकिन ये वंशवादी प्रवृत्ति सिर्फ एक परिवार तक ही सीमित नहीं रही है। जो इस परिवार के करीबी रहे, उन्होंने भी वंशवाद का झंडा बुलंद रखा। दिल्ली में दीक्षित वंश, हरियाणा में हुड्डा वंश से लेकर भजन लाल जी और बंसी लाल जी तक, सिर्फ वंशवाद की ही सियासत चल रही है। पंजाब में बेअंत सिंह परिवार, राजस्थान में गहलोत और पायलट परिवार, मध्य प्रदेश में सिंधिया, कमलनाथ और दिग्विजय जी वंशवाद का नारा बुलंद कर रहे हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, “वंशवाद की ये विकृति कांग्रेस के साथ दूसरे महामिलावटी दलों में भी फैली हुई है। जम्मू कश्मीर में अब्दुल्ला वंश और मुफ्ती वंश चल रहा है। यूपी में मुलायम सिंह जी तो बिहार में लालू जी के परिवार के नाम पर ही पार्टियां चल रही हैं। महाराष्ट्र में पवार वंश तो कर्नाटका में देवेगौड़ा जी का वंशवाद फल फूल रहा है। तमिलनाडु में करुणानिधि जी का वंश राजनीतिक धुरी तो आंध्र प्रदेश में नायडू जी भी उसी वंशवाद का झंडा उठाए हुए हैं। जिन पार्टियों की सोच ही प्रतिभा और टैलेंट को कुचलने की हो, वो 21वीं सदी के भारत की सोच का प्रतिनिधित्व कैसे कर सकती है? इसलिए आज जब मैं इनके वंशवाद पर सवाल खड़े करता हूं, तो इन्हें दिक्कत होने लगती है।”
नरेंद्र मोदी ने कहा, “कांग्रेस आजकल अचानक न्याय की बात करने लगी है। कांग्रेस को बताना पड़ेगा, कि 1984 के सिख दंगों में हुए अन्याय का हिसाब कौन देगा? कांग्रेस को बताना पड़ेगा कि सिख दंगों से जुड़ा होने का जिन पर आरोप है, उनको मुख्यमंत्री बनाना कौन सा न्याय है। कांग्रेस ने देश के साथ जो अन्याय किया, हम उसे निरंतर कम करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे संतोष है कि तीन दशक बाद पहली बार 84 के सिख दंगों के गुनहगारों के गिरेबान तक कानून पहुंचा है। पहली बार वो सलाखों के पीछे पहुंचे हैं, फांसी के फंदे तक पहुंचे हैं। देश की रक्षा करने वालों को अपनी जागीर कौन समझता रहा है। ये भी मैं आज दिल्ली की धरती से उन लोगों की आंख में आंख मिलाकर देश और दिल्ली की जनता को बताना चाहता हूं।”
नरेंद्र मोदी ने कहा, “आप याद कीजिए कि दिल्ली पर कितनी बार आतंकियों ने हमले किए। कितने ही निर्दोष लोग इन धमाकों की चपेट में आए। वो दिन भी थे, जब दिल्ली के लोग बसों में डरते-सहमते हुए चढ़ते थे, बाजारों में चलते समय मन में एक खटक रहती थी कि कहीं कुछ हो न जाए। 2014 से पहले एक साथ 2 बड़े आयोजन करने में सरकार के हाथ पांव फूल जाते थे। 2009 में और 2014 में तो कांग्रेस सरकार लोकसभा चुनाव और आईपीएल एक साथ नहीं करा पाई थी। पहले जो नामुमकिन लगता था अब वो मुमकिन हुआ है। नया हिंदुस्तान अब अपनी समस्याओं के लिए कहीं जाकर गिड़गिड़ाता नहीं है। नया हिंदुस्तान जानता है कि आतंकी हमलों का खतरा अभी टला नहीं है लेकिन वो आश्वस्त है। क्योंकि नया हिन्दुस्तान अब आतंकियों को घर में घुसकर मारता है।”