हाल ही में कहा गया था कि संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म ‘पद्मावत’ का विरोध करने वाली श्री राजपूत करणी सेना अब फिल्म का विरोध नहीं करेगी। बीते शुक्रवार (2 फरवरी, 2018) को करणी सेना ने घोषणा की थी कि क्योंकि फिल्म में राजपूतों की वीरता को दर्शाया गया है इसलिए अब उन्होंने फिल्म का विरोध नहीं करने का फैसला लिया है। लेकिन इस खबर का खंडन करते हुए राजस्‍थान की करणी सेना के अध्‍यक्ष लोकेंद्र सिंह काल्‍वी ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कहा कि उन्‍होंने अभी कोई विरोध वापस नहीं लिया है। उन्‍होंने कहा, ‘करनी सेना के नाम से बाजार में डुप्लीकेसी चल रही है, लेकिन राजपूत करणी सेना सिर्फ एक है और मैं उसका संस्‍थापक हूं।’

प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में उन्होंने आगे कहा,’हमारी तरफ से फिल्‍म का विरोध जारी रहेगा। आठ से अधिक करणी सेना बन चुकी हैं, लेकिन राजपूत करणी सेना केवल एक है और उसका संस्थापक मैं हूं। समाज को मिलते-जुलते नामों से बनने वाली ऐसी सेनाओं से सावधान रहना चाहिए। राजपूत करणी सेना ने ही इस फिल्‍म का विरोध शुरू किया था और दूसरी करणी सेना के लोग इसे लेकर भ्रामक स्‍थ‍िति पैदा कर रहे हैं।’

बता दें कि शुक्रवार को करणी सेना ने घोषणा की थी कि क्योंकि फिल्म में राजपूतों की वीरता को दर्शाया गया है इसलिए अब उन्होंने फिल्म का विरोध नहीं करने का फैसला लिया है। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नेता योगेंद्र सिंह कटार ने कहा था- सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह जी के निर्देशों के बाद ऐसा किया गया है। सेना के कुछ सदस्यों ने मुंबई में शुक्रवार को फिल्म देखी और पाया कि फिल्म में राजपूतों के बलिदानों और उनकी वीरता का वर्णन किया गया है। हर राजपूत को इस फिल्म को देखने के बाद गर्व महसूस होगा।