Dilip Ghosh remark on Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पारिवारिक पृष्ठभूमि को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद दिलीप घोष की टिप्पणी विवादों में है। तृणमूल कांग्रेस ने घोष के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। इसी बीच, दिलीप घोष को उनकी ही पार्टी ने नोटिस जारी किया है। नोटिस जारी कर बीजेपी ने ना सिर्फ घोष की टिप्पणियों पर नाराजगी जाहिर की है बल्कि उनसे जवाब भी मांगा है।
भाजपा महासचिव अरुण सिंह के द्वारा साइन किए गए कारण बताओं नोटिस में सीएम ममता बनर्जी पर दिलीप की टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा गया है, “दिलीप घोष, आपका आज का बयान अशोभनीय और असंसदीय है। यह भारतीय जनता पार्टी की नीति के भी खिलाफ है। पार्टी इस बयान की निंदा करती है। अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देशानुसार जल्द से जल्द अपना आचरण स्पष्ट करें।”
टीएमसी ने चुनाव आयोग से की शिकायत
तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के बारे में इस तरह की विवादित टिप्पणी करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता दिलीप घोष के खिलाफ भारतीय चुनाव आयोग का रूख किया और उनकी शिकायत दर्ज करवाई। तृणमूल कांग्रेस ने घोष पर ममता बनर्जी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी करके आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। टीएमसी के नेता शशि पांजा ने कहा कि दिलीप घोष को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। इस तरह की टिप्पणियां बीजेपी खेमे के डीएनए को दिखाती है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को मामले का संज्ञान लेना चाहिए।
दिलीप घोष के इस बयान से मचा बवाल
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष को टीएमसी के चुनावी नारे ‘बांग्ला निजेर मेयेके चाई’ (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) का मजाक उड़ाते हुए देखा गया था। इस बार वह बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी ने कहा कि जब वह गोवा गईं तो वह गोवा की बेटी थीं और जब वह त्रिपुरा गईं तो वह त्रिपुरा की बेटी थीं। यह सच नहीं है। पहले उन्हें खुद तय करने दें कि उनके पिता कौन हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी की भी बेटी होना ठीक नहीं है।