Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने में अब कुछ ही वक्त बचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए को 400 पार और बीजेपी के लिए 370 का लक्ष्य रखा है। बीजेपी इस मुकाम को पाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग का मुद्दा देर से ही सही, लेकिन सुलझता नजर आ रहा है।
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ सीट शेयरिंग के समझौते पर बुधवार को मुहर लगने के बाद कांग्रेस और ममता बनर्जी की पार्टी TMC के साथ बातचीत एक नई दिशा में फिर से आगे बढ़ रही है। माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल समेत तीन राज्यों में सीट बंटवारें पर कांग्रेस से बात करने को तैयार हो गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और टीएमसी के बीच पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय की सीटों को लेकर बातचीत चल रही है और यह सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। सीट शेयरिंग फॉर्मूले के तहत बंगाल में TMC को 36 और कांग्रेस को 5 सीटें मिल सकती हैं। पहले ममता बनर्जी ने बंगाल की सभी 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
सूत्रों के मुताबिक, बंगाल में कांग्रेस 6 सीटें चाहती हैं। इसके बदले में कांग्रेस असम में TMC को दो सीटें और मेघालय में एक सीट देने को तैयार है। फिलहाल इस फॉर्मूले पर बातचीत चल रही है। जल्द ही डील फाइनल होने की घोषणा की जा सकती है।
इंडिया गठबंधन में सबसे पहले ममता बनर्जी ने सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनने के बाद पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इसके बाद अरविंद केजरीवाल भी इसी राह पर चले। विपक्ष को एकजुट करने वाले नीतीश कुमार ने पाला ही बदल लिया और NDA में चले गए।
इसके बाद समाजवादी पार्टी के साथ भी बात नहीं बनती नजर आई। एक वक्त ऐसा लगा कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव आने से पहले ही टूट जाएगा। हालांकि, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ बात बनने के बाद हवा बदल गई और दूसरे दल भी कांग्रेस के साथ आ गए।
इंडिया गठबंधन के लिए अभी भी बिहार और झारखंड में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय करना बाकी है। इय राज्य में नीतीश कुमार पाला बदल चुके हैं। ऐसी स्थिति में कांग्रेस और आरजेडी को गठबंधन करना होगा। ऐसी स्थिति में दोनों पार्टियों के शीर्ष नेता काफी एक्टिव हैं। झारखंड की बात करें तो यहा कांग्रेस और जेएमएम गठबंधन सरकार में हैं। इसकी वजह से यहां शीट शेयरिंग फॉर्मूले में कोई दिक्कत नहीं आने वाली है।
