देश में सियासी पारा पूरे उफान पर है। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने वाला है और लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। आयोग द्वारा आचार संहिता जारी हो चुकी है और 7 चरणों में होने वाले मतदान के बाद 4 जून क मतदान होगा और तय हो जाएगा कि आखिर किस राजनीतिक दल का पलड़ा कितना भारी पड़ने वाला है। यह तय हो जाएगा कि आखिर देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, नरेंद्र मोदी फिर से लौटेंगे या फिर इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) जीत के बाद किसी नए चेहरे को सामने लाएगा। खैर आज बात प्रधानमंत्री की नहीं बल्कि उप प्रधानमंत्री की करते हैं, क्योंकि यह पद भी भारत के राजनीतिक इतिहास में काफी अहम रहा है।
देश के कई राज्यों में आज के वक्त में मुख्यमंत्री के अलावा उनके डिप्टी भी हैं, यूपी से लेकर कर्नाटक और छत्तीसगढ़ से लेकर राजस्थान तक उप मुख्यमंत्री है लेकिन क्या आपको पता है कि डिप्टी सीएम की तरह ही डिप्टी पीएम का पद भी काफी चर्चित रहा है लेकिन खास बात यह है कि संविधान में डिप्टी पीएम के पद की कोई व्याख्या ही नहीं है तो चलिए आज आपको इसके बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं।
डिप्टी सीएम की बात करें तो यह पद कुछ खास अवसरों पर प्रधानमंत्री अपनी ही कैबिनेट के सबसे वरिष्ठ और विशिष्ट मंत्रियों को देते हैं। आम तौर पर यह पद वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री या फिर गृहमंत्री को दिया जाता है। इस पद की एक सच्चाई यह भी है कि यह गठबंधन सरकारों के दौरान मजबूरी में बनाया जाता रहा है।
कौन थे देश के पहले डिप्टी PM?
देश के सबसे पहले डिप्टी पीएम की बात करें तो यह पद पहली बार देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की सरकार में गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल को मिला था। कई मौकों पर ऐसा होता रहा है कि पीएम की गैरमौजूदगी में उप प्रधानमंत्री सरकार के प्रमुख भी बने हैं और सरकार को लीड ककरने के साथ ही कैबिनेट की सभी बैठकों की भी अध्यक्षता भी करते हैं।
अब तक रहे डिप्टी PM और उनका कार्यकाल
गौरतलब है कि अब तक देश में केवल 7 ही डिप्टी पीएम रहे हैं। इनके नामों की बात करें तो पहला नाम पंडित जवाहर लाल नेहरू का था। इसके बाद मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह, जगजीवन राम, यशवंतराव बलवंतराव चव्हाण, चौधरी देवीलाल और लालकृष्ण आडवाणी रहे थे। लालकृष्ण आडवाणी आखिरी डिप्टी पीएम पद पर रहे हैं।
क्र. संख्या | देश के अब तक के डिप्टी PM | राजनीतिक दल | कार्यकाल |
1 | सरदार वल्लभ भाई पटेल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 1947 – 1950 |
2 | मोरारजी देसाई | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 1967 – 1969 |
3 | चौधरी चरण सिंह | जनता पार्टी | 28 जुलाई- 09 अक्टूबर 1979 |
4 | जगजीवन राम | जनता पार्टी | 9 अक्टूबर – 10 दिसंबर 1979 |
5 | यशवंतराव बलवंत चव्हाण | जनता पार्टी | 10 दिसंबर 1979 – 14 जनवरी 1980 |
6 | चौधरी देवीवाल | जनता दल | 1989 – 1991 |
7 | लाल कृष्ण आडवाणी | भारतीय जनता पार्टी | 2002 – 2004 |
बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में रहे मोरारजी देसाई और जनता पार्टी के चौधरी चरण सिंह डिप्टी पीएम के अलावा देश के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि चौधरी चरण सिंह बतौर प्रधानमंत्री कभी संसद में कदम नहीं रख पाए थे।