LK Advani Bharat Ratna: भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इस बात की घोषणा शनिवार को प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने की। प्रधानमंत्री की इस घोषणा के बाद आडवाणी के परिवार और बीजेपी नेताओं में खुशी का माहौल है। बीजेपी नेता इस सम्मान के लिए भाजपा के दिग्गज नेता को बधाई दे रहे हैं। आडवाणी के परिवार ने खुशी व्यक्त करते हुए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है।
इसी बीच वयोवृद्ध भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने एक बयान जारी किया है। पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ मैं ‘भारत रत्न’ स्वीकार करता हूं, जो आज मुझे प्रदान किया गया है। यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है जिनकी मैंने जीवन भर अपनी क्षमता के साथ पूरी सेवा की है।’
भाजपा के प्रमुख नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने 1990 के दशक की शुरुआत में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की वकालत करते हुए अपनी रथ यात्रा शुरू की थी। रथ यात्रा के माध्यम से उन्होंने पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। वयोवृद्ध नेता के लिए सम्मान की घोषणा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के विकास में लालकृष्ण आडवाणी द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, और उन्हें देश के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक बताया
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने खुद को हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी प्रतिष्ठित किया।
कराची में जन्मे लालकृष्ण आडवाणी विभाजन के बाद भारत आ गए और बंबई में रहने लगे। वह 1941 में चौदह साल की उम्र में आरएसएस के सदस्य बन गए। 1951 में लालकृष्ण आडवाणी भाजपा आइकन श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनसंघ में शामिल हो गए थे।
आडवाणी ने 1970 में राज्यसभा में अपना पहला कार्यकाल किया और 1989 तक चार कार्यकाल तक उच्च सदन में रहे। 1990 में लालकृष्ण आडवाणी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की वकालत करने के लिए गुजरात के सोमनाथ से शुरू होने वाली राम रथ यात्रा शुरू की और उस यात्रा का समापन अयोध्या में हुआ।
आडवाणी की रथ यात्रा को व्यापक समर्थन मिला और 1991 के आम चुनावों में भाजपा, जो पहले राष्ट्रीय राजनीति में एक छोटी भूमिका निभाती थी, कांग्रेस के बाद संसद में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।