बिहार में साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक दल तैयारी में जुट गए हैं। हर दल अपने-अपने तरीके से अभियान में जुटा हुआ है। सभी दलों के प्रमुख नेता बिहार यात्रा पर निकले हुए हैं और कार्यकर्ताओं से अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में मुलाकात कर रहे हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पूरा बिहार घूम रहे हैं तो वहीं सीपीआई (एमएल) के नेता भी अलग-अलग जिलों में घूम रहे हैं।

नेताओं की यात्रा जारी

विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी निषाद आरक्षण यात्रा निकाल रहे हैं। तो वहीं नीतीश कुमार भी प्रगति यात्रा के जरिए नब्ज जानने का कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने भी हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली थी। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि महागठबंधन में एनडीए जैसा साझा प्रयास नहीं दिख रहा है। हालांकि महागठबंधन का मकसद है कि एनडीए को सत्ता से दूर हटाना।

पीएम मोदी का बिहार दौरा

कांग्रेस भी बिहार में जोर लगा रही है और अपने संगठन को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 16 फरवरी को दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को बिहार के भागलपुर दौरे पर रहेंगे। नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के दौरान कई घोषणाओं का भी ऐलान कर रहे हैं। पिछली कैबिनेट मीटिंग में उन्होंने 13000 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दी थी। इस पैसे से सड़क, पुल और भवन के काम शुरू हो पाएंगे।

‘राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा’, CM नीतीश के बेटे निशांत को लेकर बिहार की राजनीति में क्यों छिड़ा पोस्टर वॉर?

लालू ने तेजस्वी को सीएम बनाने की कही बात

वहीं महागठबंधन में मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम तक की घोषणाएं होने लगी है। अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि बिहार में आरजेडी प्रचंड बहुमत हासिल करेगी और तेजस्वी यादव राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। लालू यादव के बयान से साफ है कि महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव ही चेहरा होंगे।

वहीं मुकेश सहनी को तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के दौरान ही डिप्टी सीएम घोषित कर चुके हैं। ऐसे में मुकेश सहनी अपनी निषाद यात्रा के दौरान खुद को डिप्टी सीएम के रूप में पेश कर रहे हैं।