जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे दिल्ली से लेकर पटना में राजनीति दलों की गहमा-गहमी नजर आने लगी है।
ऐसे में कोई बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को तत्पर है तो कोई गरीबों के आरक्षण की डिमांड कर रहा है। हाल ही राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आरक्षण के मुद्दे पर भड़कीला बयान दे डाला।
उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा कि चाहे मुझे फांसी पर चढ़ा दो लेकिन मैं गरीबों के लिए कभी चुप नहीं बैठने वाला हूं। आपको बता दें कि लालू का यह बयान आरएसएस के संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के उस बयान पर आया, जब उन्होंने आरक्षण को जाति के लिहाज से न दिए जाने की मांग की थी।
मोदी आरक्षण खत्म करने के लिए भागवत को “भारत रत्न” दे लेकिन पिछड़ों,दलितों,गरीबों की लड़ाई के लिए चाहे मुझे ये लोग फांसी दे,चुप नहीं बैठूंगा
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 29, 2015
मोदी UN जाकर मेरे खिलाफ petition दे लेकिन मैं गरीबों की लड़ाई लड़ते-लड़ते,आरक्षण बढ़वा कर,जातीय जनगणना के आंकड़े प्रकाशित करवाकर ही दम लूँगा
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 29, 2015
उन्होंने इसके तुरंत बाद फिर ट्वीट किया कि मोदी संयुक्त राष्ट्र संघ जाकर मेरे खिलाफ अर्जी दें, लेकिन मैं गरीबों की लड़ाई लड़ते-लड़ते, आरक्षण बढ़वा कर, जातीय जनगणना के आंकड़े प्रकाशित करवाकर ही दम लूंगा। गौरतलब है कि इन दिनों हर जाति के लिए आरक्षण की मांग जैसे चलन में है।