आम आदमी पार्टी (आप) एक के बाद एक विवाद से घिरती जा रही है। इस बार आप नेता और मंचीय कवि कुमार विश्वास पर पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि विश्वास उनके साथ ‘अवैध संबंधों’ को लेकर फैली झूठी अफवाहों को खारिज नहीं कर रहे हैं, जिनकी वजह से उसकी प्रतिष्ठा दांव पर है। दिल्ली महिला आयोग ने कार्यकर्ता की शिकायत पर विश्वास और उनकी पत्नी को तलब किया है। इस आरोप पर आप ने खुलकर अपने साथी कुमार विश्वास का बचाव करते हुए आरोप लगाया है कि मीडिया आप को बदनाम करने के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है।

इस बीच दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इस मामले की जांच चल रही है। लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। उधर कांग्रेस और भाजपा ने इस मामले में आप को घेरते हुए केजरीवाल और विश्वास पर महिलाओं के प्रति संवेदनहीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। इस विवाद के बीच आप नेता संजय सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि इस मामले में अफवाह को ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे कि उसमें सच्चाई हो।

आप की एक महिला कार्यकर्ता ने दिल्ली महिला आयोग को शिकायत की है कि उसका कुमार विश्वास के अवैध संबंध होने का आरोप लगाते हुए कुछ लोग सोशल मीडिया पर उसे बदनाम कर रहे है। विश्वास इस बारे में कुछ भी सफाई नही दे रहे हैं। महिला का दावा है कि उसने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी को अलग-अलग पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी दी, लेकिन उनमें से किसी ने भी उसकी शिकायत का जवाब नहीं दिया।

महिला का दावा है कि 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान उसने अमेठी में विश्वास के लिए चुनाव प्रचार किया था। उसका आरोप है कि अफवाहों का खंडन करने के लिए विश्वास ने कोई कदम नहीं उठाया। महिला ने यह भी कहा है कि उसने कुमार से भी कहा था कि वह इस दुष्प्रचार का जवाब दें। लेकिन किसी ने नहीं सुना। इस पर आयोग ने विश्वास व उनकी पत्नी को समन भेजा है।

आयोग की अध्यक्ष बरखा सिंह ने कहा है कि यह आप की कार्यकर्ता हैं। वे पिछले कुछ समय से हमारे पास आ रही हैं। उन्हें शिकायत है कि विश्वास के सामने न आने से उनको संकट का समाना करना पड़ रहा है। आयोग ने कहा है कि विश्वास को आना चाहिए क्योंकि यह उनकी अपनी पार्टी कार्यकर्ता की शिकायत है। उसकी शादी इस आरोप के कारण टूट रही है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली है और महिला की शिकायत पर जांच जारी है।

इस बीच आरोपों का सामना कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता विश्वास ने कहा है कि उनके खिलाफ लगाए जा रहे आरोप गलत व बेबुनियाद हैं और यह विरोधी पार्टी की तरफ से आप को बदनाम करने के लिए चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। विश्वास ने यह भी कहा कि उस महिला ने हमें जो मेल किया है उसमें कहा है कि हमने शिकायत दर्ज करा दी है भैया, और क्या करूं। इससे साफ है कि इन आरोपों मे कोई दम नहीं है। उसने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया था तो हमने उनसे पुलिस से शिकायत करने को कहा था।

उधर आप के नेता संजय सिंह ने कहा है कि महिला की शिकायत है कि भाजपा के प्रवक्ता सहित चार लोग सोशल मीडिया पर उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। लेकिन इस मामले में मीडिया ऐसे प्रचारित कर रहा है कि इस मामले में अवैध संबंध का खुलासा हुआ है। मीडिया को चाहिए कि वह तथ्यों पर आधारित खबरें ही चलाए। तथ्यों से इतर कोई भी खबर चलाकर पार्टी को बदनाम करने की साजिश बंद करे।

कुमार विश्वास ने सफाई देते हुए कहा कि आरोप लगाने वाली महिला ने उसे पत्र लिखकर उसे भैया कहा है और शिकायत दर्ज कराने की बात बताई है। उसने पूछा है कि अब उसे क्या करना चाहिए। उन्होंने उसे पार्टी के लीगल सेल से संपर्क करने की सलाह दी है। विश्वास ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर महिला को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है।

आप नेता आशुतोष और संजय सिंह ने सफाई दी कि इसमें सच्चाई कुछ है और इसे पेश दूसरी तरह से किया जा रहा है। महिला की शिकायत में अवैध संबंध का जिक्र तक नहीं है। लेकिन इसे अवैध संबंध की तरह प्रचारित किया जा रहा है। चौतरफा हमले से परेशान संजय सिंह ने मीडिया से अपील की कि तथ्यहीन खबरें मत चलाइए, हमारा परिवार भी परेशान होता है। मार्च में पुलिस से की गई शिकायत में चार लोगों पर उसे बदनाम करने का जिक्र किया गया है। महिला ने सिर्फ बदनाम करने की शिकायत की है। विश्वास ने कहा है कि उन्हें फिलहाल कोई नोटिस नहीं मिला है।

महिला आयोग की ओर से आप नेता को पेशी के लिए नोटिस मिलने के बाद मामले ने सोशल मीडिया पर भी तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया ट्विटर पर आम आदमी पार्टी और भाजपा के समर्थक एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। जहां आप समर्थक पूरे मामले की तोहमत मीडिया, भाजपा और नरेंद्र मोदी के समर्थकों पर लगा रहे हैं, वहीं आप के विरोधियों ने विश्वास और दिल्ली के कानून मंत्री तोमर पर चौतरफा हमला बोल दिया है।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी पिछले कुछ समय से विवादों से जूझ रही है। पार्टी की रैली में एक किसान की खुदकुशी, कानून मंत्री की फर्जी डिग्री और पार्टी के भीतर बगावत जैसे तमाम विवाद पिछले कुछ वक्त से पार्टी को घेरे हुए हैं।