मशहूर कवि कुमार विश्वास आरएसएस पर अपने हालिया बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। उज्जैन में रामकथा करने पहुंचे कवि कुमार विश्वास ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS को अनपढ़ और वामपंथियों को कुपढ़ कहा था। इस बयान को लेकर बीजेपी ने कई सवाल उठाए हैं जिसके बाद कुमार विश्वास ने अपने बयान पर माफी मांगी है।

कालिदास अकादमी में राम विषय पर बोलते हुए आरएसएस को अनपढ़ बोलने से मचे बवाल पर बुधवार को कवि कुमार विश्वास ने रामकथा की शुरुआत करने से पहले क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि आपकी इस सामान्य बुद्धि में अगर ये प्रसंग किसी और तरीके से चला गया है तो उसके लिए मुझे माफ करें। मामला बढ़ता देख उन्होंने सोशल मीडिया पर भी अपनी बात रखी थी।

सोशल मीडिया पर कुमार विश्वास की सफाई

कुमार विश्वास ने एक फेसबुक पोस्ट पर लिखा, “उज्जैन में तीन दिवसीय ‘अपने अपने राम’ के पहले दिन बेहद ख़राब गले और 102 बुख़ार में भी शंकर-प्रिय राघवेंद्र सरकार का गुण-स्तवन इतना मनहर रहा कि मैं थकान और बुख़ार लगभग भूल सा गया। अगले दिन सो कर उठा तो पता चला कि किसी स्थानीय मित्र ने अपने कार्यालय में कार्यरत किसी युवक के विषय में कही गई मेरी टिप्पणी को उन्होंने समूह के विषय में घोषित कर के एक मिनट का कोई वीडियो वायरल कर दिया है। ऐसे राजनैतिक सा निजी उद्देश्य से किए गए विवादों से राजनैतिक जीवन के दौरान बड़ा जूझता रहा हूं पर तब दुख नहीं होता था। तब लगता था कि यह तो राजनीति का हिस्सा है। किंतु मेरे राम के गुण-स्तवन सत्र में ऐसा विवाद ? शरीर तो खिन्न था ही मन बहुत उदास और टूट सा गया।”

कवि ने आगे लिखा, “मैंने आयोजकों से निवेदन किया कि अगर मेरे आने से किसी को किसी भी कारण से आपत्ति है तो मेरा वापस जाकर स्वास्थ्य लाभ करना ही ठीक है। क्योंकि मेरे आफ़िस में कार्यरत जिस बालक के लिए कहें व्यक्तिपरक कथन को समूहपरक बनाने की कोशिश में हैं वो तो मेरे पारिवारिक संस्कार के विपरीत है। ऐसे में मेरा इस आयोजन में न जाना ही उचित। पर दिल्ली, भोपाल और नागपुर के सभी आदरणीय बड़ों के कॉल आए और सबने कहा कि आपने जब वीडियो जारी करके अपनी बात का स्पष्टीकरण दे दिया है और हम आपको, आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि को आपकी राष्ट्रवादी वैचारिकी को दशकों से जांच-परख कर आपको स्नेह करते रहे हैं तो किसी स्थानीय कारण-अकारण के विवाद से बचने की अपेक्षा जाकर मंच से उसका निस्तारण करिए। हम सब का स्नेह आपके साथ है।”

अनपढ़ होते हैं RSS वाले और कुपढ़ होते हैं वामपंथी

कुमार विश्वास ने राम कथा के दौरान एक घटनाक्रम का जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके दफ्तर में एक लड़का काम करता है और वह बालक आरएसएस से जुड़ा हुआ है। चार-पांच साल पहले बजट आने वाला था तब उसने सवाल किया बजट कैसा आना चाहिए, तो मैंने कहा कि रामराज्य जैसा आना चाहिए। उस पर बालक ने कहा कि रामराज्य में बजट कहां होता था, तो उससे मैंने कहा कि तुम्हारी समस्या तो यही है कि वामपंथी कुपढ़ है और तुम अनपढ़ हो।

BJP नेताओं की नाराजगी

कुमार विश्वास की यह बात सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा था। भाजपा नेता उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि कुमार विश्वास तुमने तो माफी मांगते हुए भी सबको सामान्य बुद्धि का कह दिया, अब कुपढ़, अनपढ़ की बात तो पीछे छूट गई किंतु तुम्हारी बुद्धि विकृत है यह स्थापित हो गया। मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने कहा कि कथा करने आए हो कथा करो, प्रमाण पत्र मत बांटो श्रीमान।