Kolkata Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक लेडी डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या की घटना के बाद आरजी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल कर दी थी और इसको लेकर सरकार और डॉक्टरों के बीच लंबे वक्त तक टकराव देखने को मिला था। हाल ही में सीएम के साथ हुई डॉक्टर्स की मुलाकात के बाद स्थिति बदली है और अब डॉक्टरों ने काम पर वापस लौटने का ऐलान किया है।
बता दें कि धरने पर बैठे इन जूनियर डॉक्टर्स के प्रतिनिधियों से ममता सरकार लगातार इनसे काम पर वापस लौटने की मांग कर रही थी। इतना ही नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने भी डॉक्टरों को वापस काम पर लौटने को कहा था। डॉक्टरों को सीएम आवास पर बुलाकर ममता बनर्जी ने उनकी मांगों को सुना था और मांग के अनुसार जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई भी की थी।
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41 दिनों बाद काम पर लौटेंगे जूनियर डॉक्टर्स
गौरतलब है कि जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार 20 सितंबर से स्वास्थ्य भवन और कोलकाता में चल रहे धरना प्रदर्शन को खत्म करने का ऐलान किया है। शनिवार से सभी डॉक्टर काम पर वापस लौटेंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके वहां बीमारी से प्रभावित लोगों की मदद और इलाज करेंगे।
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विरोध प्रदर्शन कर रहे ये जूनियर डॉक्टर्स पूरे 41 दिनों के बाद डॉक्टर आवश्यक सेवाओं में वापस लौटेंगे। डॉक्टर्स की इस हड़ताल का खत्म होना ममता सरकार के लिए एक राहत की बात माना जा रहा है।
डॉक्टर्स की सरकार ने मान ली थी 5 में से तीन मांगे
बता दें कि डॉक्टर्स की मांगों को मानते हुए ममता बनर्जी ने चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सेवा निदेशक को हटा दिया। इसके अलावा कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को भी पद से हटा दिया गया था। वहीं कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी नए आईपीएस अधिकारी को जिम्मा सौंपी थी। इतना ही नहीं, इसके साथ ही कोलकाता पुलिस के उपायुक्त (नॉर्थ) को भी हटा दिया गया, जिनके खिलाफ पीड़ित परिवार ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था।
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सरकार और डॉक्टर्स के बीच रहा टकराव
इस केस को लेकर लंबे वक्त तक सरकार और डॉक्टर्स के बीच टकराव देखने को मिला था। सरकार और डॉक्टर्स के बीच कई बैठकें बेनतीजा रही थीं, जिसके चलते लंबे वक्त तक यही संशय रहा था कि आखिर ये डॉक्टरों की हड़ताल कब खत्म होगी।
हड़ताल को लेकर क्या बोले जूनियर डॉक्टर
न्यूज एजेंसी ANI की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारी जूनियर डॉ. अकीब ने कहा कि विरोध के 41वें दिन, पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट यह कहना चाहता है कि हमने अपने आंदोलन के दौरान बहुत कुछ हासिल किया है, लेकिन कई चीजें अभी भी नहीं मिली हैं।
जूनियर डॉक्टर ने कहा कि हमने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर और डीएमई, डीएचएस को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आंदोलन खत्म हो गया है। हम इसे नए तरीके से आगे बढ़ाएंगे। कल मुख्य सचिव के साथ हमारी बैठक के बाद हमें नबान्ना से एक निर्देश मिला है।
ममता बनर्जी की डॉक्टर्स के साथ हुई थी मुलाकात
बता दें कि बीते सोमवार को ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ डॉक्टर्स की बैठक हुई थी। इसके बाद मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। जूनियर डॉक्टरों की गवर्निंग बॉडी (जीबी) की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बता दें कि जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधियों के साथ सोमवार रात सीएम ममता बनर्जी की बैठक हुई थी।