अक्सर अपने बयानों से चर्चा में बने रहने वाले कांग्रेस सांसद शशि थरूर का राम मंदिर निर्माण पर अपना अलग मत है। वे गर्व से कहते हैं कि ‘मैं हिंदू हूं।’ राम मंदिर निर्माण के पक्षधर भी हैं, लेकिन मस्जिद को तोड़कर नहीं। दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू के अनुसार, जब उनसे पूछा गया कि आप गर्व से कहते हैं कि आप हिंदू हैं, क्या आप यह भी कहेंगे कि राम मंदिर बनना चाहिए? इस पर शशि थरूर कहते हैं, “कोई ऐसा हिंदू नहीं है, जो राम मंदिर नहीं चाहता। लेकिन वह अच्छा हिंदू नहीं है, जो मस्जिद तोड़कर इसे बनाएगा।” दरअसल, कुछ समय पहले एक इंटरव्यू में अनुपम खेर ने अपनी धार्मिक पहचान बताने से संबंधित ‘डर’ के बारे में कहा था। इस पर शशि थरूर ने प्रतिक्रिया में कहा था कि, “अनुपम, मैं हमेशा यह बात कहता हूं कि मुझे हिंदू होने पर गर्व है, पर संघ की तरह का हिंदू होने पर नहीं।”
Come on Anupam. I say it all the time. I’m a proud Hindu. Just not the Sangh’s kind of Hindu. @AnupamPkher https://t.co/jLgKlYwL96
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 30, 2016
हिंदू पाकिस्तान और हिंदू तालिबान वाले अपने बयान के बारे में शशि थरूर ने कहा कि, “आजादी के समय दो विचार थे। एक यह था कि धर्म के आधार पर देश बनना चाहिए, यह पाकिस्तान का विचार था। दूसरा यह था कि पूरा देश महत्वपूर्ण है। अब एक पार्टी और संघ परिवार हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहे हैं। खुलेआम कहते हैं कि हमें हिंदू राष्ट्र चाहिए। ये भारत को हिंदू वर्जन का पाकिस्तान बना रहे हैं। हिंदू तालिबान की बात मैंन केरल में अपने कार्यालय पर हमले के बाद कही थी। उस समय ‘शशि थरूर पाकिस्तान जाओ’ के नारे लगे थे।”
‘मोदी के खिलाफ बन रहे गठबंधन’ को अवसरवादी बताने के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि, “भाजपा हिंदू राष्ट्र के नाम पर देश बनाना चाहती है। लेकिन हम लोगों की सोंच देश की बहुसंख्यक आबादी के साथ है, जिसमें आदिवासी, दलित सहित अन्य पिछड़े वर्ग के लोग शामिल हैं। हम उनके साथ हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में भी हम आगे रहेंगे। 2014 में जहां भाजपा के पास लोकसभा में 282 सीटें थी, अब कई जगहों पर उपचुनाव में हार के बाद यह घटकर 273 हो गई है। वे सभी राज्यों में सीटेंं गवां रहे हैं।” कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में उन्होंने कहा कि, “वे देश के हर हिस्से में जा रहे हैं। उनके अंदर नेतृत्व क्षमता है। वे मंदिर भी गए, मस्जिद भी गए। चर्च में प्रार्थना भी किए। सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। उनकी खासियत यह है कि वे सबकी समस्याएं सुनते हैं। हम इस बार के चुनाव में आगे रहेंगे।”