प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (25 अप्रैल, 2023) को केरल में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस के हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसी बीच, पलक्कड़ से कांग्रेस के सांसद वीके श्रीकंदन की प्रशंसा वाले पोस्टर वंदे भारत एक्सप्रेस पर चिपकाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल हरी झंडी दिखाकर तिरुवनंतपुरम से हाई-स्पीड ट्रेन को रवाना किया था।

तिरुवनंपुरम से ट्रेन जब शोरानूर जंक्शन पर पहुंची तो रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के जवानों ने ट्रेन पर चिपकाए गए वीके श्रीकंदन के पोस्टरों को हटाया। कुछ लोगों ने सांसद के ये पोस्टर ट्रेन पर चिपकाए थे, वे इस बात के लिए श्रीकंदन की प्रशंसा कर रहे थे कि वंदे भारत एक्सप्रेस का स्टेशन शोरानूर जंक्शन को भी बनाया गया है। ट्रेन जैसे ही शोरानूर जंक्शन पर पहुंची तो ट्रेन के आगमन का स्वागत करने के लिए श्रीकंदन और उनके समर्थक रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे। आऱपीएफ ने मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच की जा रही है।

केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस तिरुअनंतपुरम को सबसे उत्तरी जिले कासरगोड से जोड़ती है। 16 कोच की यह ट्रेन 11 स्टेशनों को कवर करती है। इनमें कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम टाउन, त्रिशूर, शोरनूर जंक्शन, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड शामिल हैं।

इस घटना की भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष सुरेंद्रन ने निंदा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सांसद के समर्थकों की हरकत है। एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने हैरानी जताई कि एक सांसद और उनके अनुयायी इस तरह हरकत कैस कर सकते हैं। वहीं, श्रीकंदन ने कहा कि उन्होंने ट्रेन पर अपने पोस्टर चिपकाने के लिए किसी से नहीं कहा था और आरोप लगाया कि भाजपा जानबूझकर इससे विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही है।

वंदे भारत बनाने वाले ने बताई इसकी पूरी कहानी Vande Bharat | Sundhanshu Mani Interivew

केरल में मंगलवार को तिरुवनंतपुरम से कासरगोड के बीच राज्य की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की उद्घाटन यात्रा के दौरान ट्रेन की झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग रेलवे फाटक, फ्लाईओवर, खेतों और अन्य स्थानों पर जुटे। दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई एक्सप्रेस ट्रेन का उसके मार्ग पर पड़ने वाले रेलवे स्टेशनों और उन जगहों पर भी स्वागत किया गया, जहां सेमी-हाई-स्पीड का ‘स्टॉप’ नहीं था। रेल मार्ग के किनारे बने घरों में रहने वाले लोग बालकनी, छतों और यहां तक ​​कि चारदीवारी पर भी खड़े थे, जबकि युवाओं ने ट्रेन के साथ तस्वीरें खिचवाईं।