कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने विवादित टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के खिलाफ केरल स्थित तिरुवनंतपुरम कोर्ट में शिकायत दी। थरूर ने आरोप लगाया कि मंत्री ने जो टिप्पणी उन पर की, उससे उनकी छवि को नुकसान हुआ है। सोमवार (10 दिसंबर) को उन्होंने इस बारे में पत्रकारों से कहा, “उन्होंने (प्रसाद) मुझ पर हत्या मामले में शामिल होने का आरोप लगाया। ऐसे में मैंने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा, ताकि वह अपनी टिप्पणी वापस लें और माफी मांगे। लेकिन वह उस बयान पर अडिग हैं।”
बता दें कि थरूर ने इससे पहले प्रसाद को लीगल नोटिस भिजवाकर उस बयान पर माफी मांगने के लिए भी कहा था। दरअसल, कांग्रेसी नेता ने 28 अक्टूबर को बेंगलुरू लिट्रेचर फेस्टिवल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। उनके मुताबिक, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक सूत्र ने उनसे कहा था कि पीएम मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू जैसे हैं। न ही उन्हें हाथ से हटाया नहीं जा सकता और न ही उन्हें चप्पल से मारा जा सकता है।”
थरूर के इस बयान के पलटवार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई नेता उन पर बरसे थे। उन्हीं में से एक प्रसाद भी थे। उन्होंने एक वीडियो क्लिप अपलोड कर थरूर पर निशाना साधा था, जिसमें उन्होंने कांग्रेसी नेता को ‘हत्यारोपी’ करार दिया था।
यही नहीं, केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से थरूर द्वारा की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगने को भी कहा था। प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, “थरूर का नाम हत्या के गंभीर आरोप को लेकर दाखिल की गई चार्जशीट में है। मैं उनके आधारहीन आरोपों पर जवाब देकर उन्हें सम्मान नहीं दूंगा। लेकिन बड़ा मसला यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष खुद को शिव भक्त कहते हैं। पर उन्हीं की पार्टी के एक नेता शिवलिंग या महादेव को लेकर इस तरह का बयान देते हैं।”
थरूर की ओर से लॉ फर्म सूरज कृष्णा एंड एसोसिएट्स ने जवाब में कहा था, “आप सभी जानते हैं कि थरूर के खिलाफ उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की हत्या का आपराधिक मामला चल रहा है। अभियोजन पक्ष की तरफ से उन पर लगाए गए आरोप हत्या के नहीं हैं, जबकि ट्रायल कोर्ट ने अभी तक उनके खिलाफ कोई मामला तय नहीं किया है।”