अरविंद केजरीवाल के गुजरात के चुनाव में मैदान में पूरी ताकत झोंकने के बाद बीजेपी के साथ उनके रिश्ते खासे तल्ख हो चले हैं। दोनों के बीच की लड़ाई में महात्मा गांधी जी को भी खींच लिया गया है। दो अक्टूबर को राजघाट पर श्रद्धांजलि समारोह से दिल्ली के सीएम गायब दिखे तो उप राज्यपाल विनय सक्सेना ने उन्हें चिट्ठी लिख तगड़ी नसीहत दे डाली। हालांकि आप की तरफ से तुरंत पलटवार करके एलजी को आईना दिखा दिया गया।

सोमवार को एलजी ने केजरीवाल को चिट्ठी लिख कहा कि गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को लेकर राजघाट और विजय घाट पर आयोजित कार्यक्रम में वो नहीं पहुंचे। उनका कोई मंत्री भी वहां नहीं था। सिसोदिया चंद मिनटों के लिए आए पर ऐसा लगा कि वो समारोह को महत्व ही नहीं दे रहे हैं। एलजी ने लिखा कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, पीएम मोदी समेत कई अहम लोग समारोह में पहुंचते हैं। लेकिन सीएम का न पहुंचना खटकता है।

ध्यान रहे कि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने बीते दिन एक ट्वीट में कहा था कि 2 अक्टूबर को राजघाट से दिल्ली के सीएम का गायब रहना गम्भीर मसला है। उनका रवैया बापू और शास्त्री जी का पमान है। राजघाट और विजय घाट पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और पीएम भी आते हैं। निमंत्रण दिल्ली के सीएम की तरफ से दिया जाता है। ऐसे में उनका वहां न होना बापू के अपमान जैसा है।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पलटवार कर कहा कि अगर भाजपा वाले गांधी जी-शास्त्री जी के दिखाए रास्ते पर चलकर स्कूल बनवाते और किसानों के लिए कुछ क़रते तो ज़्यादा अच्छा होता। गुजरात में अरविंद केजरीवाल के लिए उमड़े जनसैलाब और पीएम की रैली में खाली कुर्सियों के बाद ये चिट्ठी लिखाई गई है। उन्हें दर्द है कि सीएम ने पीएम मोदी को रिसीव क्यों नहीं किया।

आप विधायक अतिशी ने कहा कि केजरीवाल ने हमेशा गांधी जयंती पर हुए प्रोग्राम में शिरकत की है। इस बार वो नहीं जा पाए, क्योंकि गुजरात में थे। आदिवासी इलाके में उनकी जो रैली हुई वो तारीफ के काबिल थी। जबकि दो दिन पहले पीएम मोदी की अहमदाबाद में हुई रैली में कुर्सियां खाली दिख रही थीं। बीजेपी बौखलाहट में है। तभी ये चिट्ठी उपराज्यपाल से लिखवाई गई।