महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधुओं की लिंचिंग के मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है। साधुओं की ओर से केस लड़ रहे वकील के सहयोगी वकील दिग्विजय त्रिवेदी की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इस दुर्घटना को लेकर लोग सोशल मीडिया पर उबल पड़े और इस एक्सिटेंड की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि यह हादसा मुंबई- अहमदाबाद हाइवे पर सुबह तकरीबन 10:30 बजे हुआ। हादसे के वक्त दिग्विजय गाड़ी खुद चला रहे थे। इस दौरान वह कार पर नियंत्रण खो बैठे और उनकी गाड़ी डिवाइडर से जा टकराई। इस घटना में दिग्विजय की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनके साथ की महिला को गंभीर चोटें आई हैं और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर उबाल है ही साथ ही बीजेपी ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। ट्विटर पर @AshokShrivasta6 ने  लिखा है, ‘भायंदर, मुम्बई के वकील दिग्विजय त्रिवेदी की सड़क दुर्घटना में मौत : पर ज़्यादातर खबरों में इस बात को छुपा लिया गया है कि ये युवा वकील #PalgharSadhuLynching मामले में हत्या के आरोपियों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे।’ @Ravi_ktp ने लिखा है ये ऐक्सिडेंट नहीं साजिश है। @Rajnish75957356 ने लिखा है, फिर तो इसकी CBI जाँच होनी चाहिए मगर में हैरान हूँ कि भाजपा ने भी इसकी माँग नहीं की।

गौरतलब है कि बीते अप्रैल महीने में पालघर के गड़चिनचले गांव में भीड़ ने दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। भीड़ के हत्थे चढ़े साधु मुंबई के जोगेश्सवरी पूर्व स्थित हनुमान मंदिर के थे।
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