JNU, JMI और AMU में हिंसा के मुद्दे पर मंगलवार को एक टीवी डिबेट में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और BJP प्रवक्ता संबित पात्रा के बीच गरमा-गर्म बहस हुई। चर्चा के दौरान ओवैसी ने सीधा आरोप लगाया कि इन विश्वविद्यालयों में हमलों और अराजकता के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार के साथ RSS का हाथ है। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी सरकार और संघ की पुरानी नीति रही है कि जब बदनामी की बारी आती है, तो वह किसी और को आगे लाकर खड़ा कर देती है।

दरअसल, शाम को हिंदी न्यूज चैनल Aaj Tak पर ‘हल्ला बोल’ नाम के कार्यक्रम में ‘जेएनयू का नाम, सियासत का काम’ विषय पर चर्चा हो रही थी। बहस में एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ ओवैसी व पात्रा के अलावा कुछ और मेहमान भी थे। ओवैसी ने जेएनयू में हालिया हिंसा के पीछे उनसे आरोप के पीछे का तर्क पूछा था।

इसी पर AIMIM नेता बोले- दिल्ली पुलिस के पास सीसीटीवी रिकॉर्डिंग नहीं है। सर्वर डैमेज हो गया। प्रधानमंत्री की रिश्तेदार का पर्स चोरी हो गया था, तब पुलिस ने वह पर्स खोज कर दिला दिया था। जेएनयू में जो गुंडे थे, वे सारे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हैं। उन्हें मालूम है कि उनके सैंया सत्ता में हैं और वे ही उन्हें ही बचाएंगे। इसी वजह से अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में बदनामी हो रही है।

दिल्ली में सीलमपुर और दरियागंज हिंसा का जिक्र करते हुए वह बोले- इन मामलों में दनादन गिरफ्तारियां हुईं, पर इस केस में लोग फरार हैं। उल्टा जो चोटिल हुए हैं, उनके खिलाफ केस हुए हैं। आखिर सरकार क्यों बचा रही है आरोपियों को? इसी बीच, हिंदू संगठन का एक जोकर आकर खड़ा हो गया और हमले की जिम्मेदारी ले ली। यह संघ और बीजेपी सरकार की पुरानी नीति है, जब बदनामी हो तब ‘ट्रोजन हॉर्स’ खड़ा कर दो।

ओवैसी के बयान पर पात्रा भड़क उठे और बोले- इन्होंने (ओवैसी) कहा कि सैंया इनके हैं…ये CBI के अब्बाजान हैं, जो इन्होंने CJI की तरह कह दिया कि आरोपी RSS और BJP के थे? देखें, वीडियोः