युवा दलित नेता और गुजरात से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए जिग्‍नेश मेवाणी ने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) के गढ़ नागपुर से भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हुंकार भरी है। एक कार्यक्रम में शिरकत करने नागपुर पहुंचे मेवाणी ने कहा कि वह दलितों को डॉक्‍टर भीमराव अंबेडकर की कसम खिलाएंगे कि वे बीजेपी के पक्ष में मतदान नहीं करेंगे। दलित नेता ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत राजस्‍थान के आगामी विधानसभा चुनाव से की जाएगी। बाद में महाराष्‍ट्र को भी इसके दायरे में लाया जाएगा। गुजरात के विधायक ने कहा कि भाजपा दलित वोट हासिल करने को लालायित है, लेकिन आगामी चुनावों में इस पार्टी को दलितों का वोट नहीं मिलने वाला है। मेवाणी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला था। मेवाणी के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्‍याशी को चुनाव मैदान से हटा लिया था। हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद भाजपा की सत्‍ता में वापसी को रोका नहीं जा सका था।

एक लाख दलितों को दिलाएंगे शपथ: मेवाणी ने नागपुर में रिपब्लिकन यूथ फेडरेशन की ओर से आयोजित ‘मानवाधिकार परिषद’ में भाजपा के खिलाफ बिगुल फूंका। उन्‍होंने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दलितों का वोट बीजेपी के पक्ष में जाए। हमलोग दलितों को इस बात की शपथ दिलाएंगे कि वे भाजपा को वोट नहीं करेंगे। कम से कम एक लाख दलितों को डॉक्‍टर भीमराव अंबेडकर के नाम की शपथ दिलाई जाएगी। महाराष्‍ट्र के सभी जिलों में भी इस अभियान को चलाया जाएगा।’ मेवाणी ने भाजपा को संविधान विरोधी, फासीवादी और मनुस्‍मृति में विश्‍वास करने वाला बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया झूठा: जिग्‍नेश मेवाणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। उन्‍होंने पीएम मोदी को सदी का सबसे बड़ा झूठा करार दिया। मेवाणी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदी के सबसे बड़े झूठे हैं। उन्‍होंने सत्‍ता में आने से पहले सालाना 2 करोड़ नौकरियों के अवसर सृजित करने की बात कही थी। लेकिन, सत्‍ता में चार साल पूरा करने के बावजूद आठ लाख नौकरियों के अवसर भी पैदा नहीं किए जा सके। पीएम मोदी कम से कम एबीवीपी, आरएसएस और भाजपा के बेरोजगार कार्यकर्ताओं को ही नौकरी दे दें।’ मेवाणी ने बताया कि प्रधानमंत्री यदि जनता के लिए काम करना चाहें तो वह रातों-रात सरकारी क्षेत्र में 25 लाख नौकरियों के नए अवसर पैदा कर सकते हैं। देश के प्राथमिक और उच्‍च माध्‍यमिक स्‍कूलों में कम से कम 15 लाख शिक्षकों की भर्ती की जा सकती है। इसके अलावा रेलवे में दो लाख लोगों को रोजगार दिया जा सकता है। मेवाणी ने कहा, ‘मोदी यदि चाहें तो देश भर के प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों, जिला अस्‍पतालों और सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों में 5 लाख डॉक्‍टरों की नियुक्ति की जा सकती है।’