झारखंड में मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर निशाना साधा है। सोमवार (23 सितंबर, 2019) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने बीजेपी पर इस बाबत जुबानी हमला बोला। पूछा, “आपको और कितनी मॉब लिंचिंग चाहिए, आखिर हालात कब सुधरेंगे?” वहीं, सीताराम येचुरी की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) ने भी इसमें जेडीयू का साथ दिया और ऐसी घटनाओं को बेहद खतरनाक करार दिया।
जेडी(यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन वर्मा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “यह समझने कि ‘हम एक असभ्य देश बनते जा रहे हैं’ से पहले और कितनी मॉब लिंचिंग की घटनाएं चाहिए? हाउसटन (अमेरिका) में एक स्तर पर प्रधानमंत्री मोदी अपनी धरती पर विविधता और लोकतंत्र, सहिष्णुता और अहिंसा की परंपरा की बात करते हैं। वहीं, दूसरी तरफ हम गाय के नाम पर भीड़ द्वारा की जाने वाली हिंसा का प्रदर्शन कर देते हैं।”
उधर, सीपीआई महासचिव येचुरी ने बताया, “यह चीज जल्द से जल्द रुकनी होगी और इसके लिए हमें सरकार से जवाब चाहिए या फिर कार्रवाई। इतना तो साफ है कि झारखंड में कानून और न्याय व्यवस्था बेहद खराब है।” इसी बीच, येचुरी की पार्टी की नेता वृंदा करात ने झारखंड को ‘लिंचिस्तान’ करार दिया है।
बकौल करात, “लिंचिंग को लेकर सरकार की ओर से जो संदेश जारी किया गया है वह निराशाजनक है। वे पीड़ितों के बजाय गलती करने वालों के साथ खड़े हैं। बदकिस्मती से झारखंड अब ‘लिंचिस्तान’ के नाम से जाना जा रहा है।”
क्या है पूरा मामला?: झारखंड की राजधानी रांची से सटे खूंटी में रविवार रात भीड़ ने शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति की गोकशी के शक पर कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के दौरान दो अन्य लोग भी बुरी तरह जख्मी हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, लोगों ने रविवार को कल्मतुष बारला, फागू कच्छप और फिलिप होरो को जलतांगा गांव में नदी के नजदीक कथित तौर पर मृत गाय के साथ देखा और उनकी पिटाई कर दी। रांची के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि रविवार को घटना की जानकारी के बाद मौके पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल भेजे गए और वह खुद और खूंटी के डीसी सूरज कुमार लगातार स्थिति पर नजर रखे हैं।
उन्होंने बताया कि कथित गोकशी के संदेह में पास के ही गांव महतो टोली के लोग मौके पर पहुंचे और 3 लोगों को पीटा जिनमें दिव्यांग बारला भी शामिल था। होमकर ने बताया कि कर्रा थाना से लगभग नौ किमी दूर हुई घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची और तीनों घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पहले कर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और इसके बाद रांची स्थित रिम्स अस्पताल भेजा। रिम्स ले जाते समय गंभीर रूप से घायल कल्मतुष बारला की मौत हो गई। बाकी दोनों घायलों का रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में इलाज चल रहा है। घायलों के बयान और संदेह के आधार पर 6 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।