बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला के चार मामलों में दोषी पाए गए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। शुक्रवार (चार जनवरी) को कोर्ट ने इस मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। ऐसे में लालू को जमानत के लिए इंतजार करना पड़ेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें जमानत के लिए लगभग एक हफ्ते और रुकना पड़ेगा।
बता दें कि लालू का स्वास्थ्य इन दिनों ठीक नहीं है। किडनी, हर्ट और डायबिटीज समेत 11 बीमारियों के चलते वह रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज (रिम्स) में भर्ती हैं। बढ़िया इलाज के लिए उन्होंने देवघर, दुमका और चाईबासा मामले में जमानत के लिए अर्जी दी थी। कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने उनकी तरफ से पक्ष रखा। लगभग डेढ़ घंटा हुई बहस के बीच सिब्बल ने लालू की जमानत की अवधि और आयु का जिक्र किया, पर बाद में कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा लिया।
ताजा मामले में लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के हवाले से स्थानीय रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्हें अदालत के निर्णय पर यकीन है। उनके पिता निर्दोष हैं, लिहाजा वह जल्द ही जमानत पर छूट जाएंगे। वहीं, राजधानी पटना में राबड़ी आवास पर आरजेडी नेताओं व समर्थकों का मजमा देखने को मिला।
वहीं, उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी लालू को आगामी दिनों में बेल मिलने की संभावना व्यक्त की है। एक अखबार से हुई बातचीत में आरजेडी नेता रमई राम बोले, “हम लोगों को न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है। उम्मीद है कि जल्द लालू को जमानत मिलेगी।”
इससे पहले, 21 दिसंबर 2018 को लालू की जमानत याचिका पर सुनवाई टल गई थी। कारण- केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का आग्रह था। दरअसल, कोर्ट ने तब सुनवाई के लिए चार जनवरी की तारीख तय की थी, पर सीबीआई ने लालू की जमानत पर विरोध जता दिया था।