कथित भूमि धोखाधड़ी और मनी लॉड्रिंग केस में जांच के घेरे में आए झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की तलाश अब भी जारी रही। सोमवार को उनके दिल्ली आवास में पहुंची प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम और दिल्ली पुलिस को वे नहीं मिले। हालांकि मुख्यमंत्री रांची से शनिवार की शाम को ही दिल्ली रवाना हो गये थे। इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है कि हेमंत सोरेन दिल्ली में ही हैं और वे मंगलवार को सड़क मार्ग से रांची पहुंच सकते हैं। उन्होंने यह भी संभावना जताई कि वे अपनी पत्नी को सीएम बना सकते हैं। सोरेन ने अपनी पार्टी के विधायकों को मंगलवार को रांची बुलाया है।
सोमवार 29 जनवरी को ED की टीम ने पूरे दिन आवास की तलाशी ली
प्रवर्तन निदेशालय की टीम सोमवार को हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर पहुंची। उसके साथ दिल्ली पुलिस की टीम भी थी। ईडी की टीम पूरे दिन आवास की तलाशी ली और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज को अपने कब्जे में ले गई। टीम के अफसर हेमंत सोरेन की गाड़ी और पूछताछ के लिए उनके ड्राइवर को भी साथ ले गई।
अफसर 13 घंटे तक आवास के अंदर दस्तावेजों की जांच करते रहे
प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम घोटाले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पहुंची और 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा डाले रही। इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी भी ली। इस बीच पीटीआई से बात करते हुए हेमंत सोरेन के परिवार के एक सदस्य ने इस पूरे घटनाक्रम को झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता को बदनाम करने की ‘नियोजित’ साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि सोरेन ईडी से निरंतर संपर्क करते रहे हैं और 31 जनवरी को दोपहर एक बजे अपने आवास पर बयान दर्ज कराने की इच्छा भी जता चुके हैं। इसके बावजूद उनके बारे में झूठी कहानी गढ़ी जा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले में 20 जनवरी को सोरेन से रांची में उनके सरकारी आवास पर पूछताछ की थी और उन्हें नया समन जारी करते हुए यह बताने को कहा था कि वह पूछताछ के लिए 29 जनवरी या 31 जनवरी में से किस दिन आएंगे। इसके बाद सोरेन ने एजेंसी को एक पत्र भेजा था लेकिन पूछताछ के लिए दिन या तारीख नहीं बताई थी।
सोरेन ने ईडी को रविवार को भेजे ईमेल में उस पर राज्य सरकार के कामकाज में बाधा डालने के लिए “राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित” होने का आरोप लगाया और दावा किया कि 31 जनवरी को या उससे पहले उनका बयान दोबारा दर्ज कराने की ईडी की जिद से दुर्भावना झलक रही है। सोरेन ने रविवार को भेजे ईमेल में कहा, “अदालत को उपलब्ध कराने के लिए 20 जनवरी को मुझसे सात घंटे तक हुई पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखें।” सोरेन ने 31 जनवरी को दोपहर एक बजे उनके आवास पर बयान दर्ज कराने के लिए स्वीकृति दे दी है।