तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन पर द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर सहित कई नेताओं ने शोक प्रकट किया तथा उन्हें श्रद्धांजलि दी है।  शोक प्रकट करते हुए करुणानिधि ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि जयललिता नामी विशेषज्ञों की देखरेख में स्वस्थ होकर घर लौट आएंगी लेकिन इसी बीच वह चल बसीं।  करुणानिधि ने कहा कि द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच भले ही कई तरह के वैचारिक मतभेद हों लेकिन इस बात में कोई शक नहीं है कि दिवंगत मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के लोगों की भलाई के लिए ‘‘पूरी दृढ़ता’’ से काम किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि वह महज 68 वर्ष की अवस्था में ही हमसे दूर चली गईं लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि उनकी प्रसिद्धि हमेशा रहेगी।’ जयललिता के फिल्मी करियर को याद करते हुए करुणानिधि ने कहा कि उन्होंने लोकप्रिय अभिनेता एमजी रामचंद्रन के साथ फिल्मों में काम किया और उनकी जोड़ी सफल तथा पसंदीदा रही। रामचंद्रन ने जब अन्नाद्रमुक की स्थापना की तब वह जयललिता को भी राजनीति में ले आए।

मुख्यमंत्री की मौत पर गहरा शोक जताते हुए, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन पर शोक प्रकट करता हूं। मैं प्रार्थना करता हूं कि तमिलनाडु के लोगों को यह दुख सहन करने की शक्ति मिले।’ मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जयललिता ने गरीबों को भोजन मुहैया कराने के लिए ‘ब्रांड अम्मा’ राजनीति शुरू की।

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