बुलेट ट्रेन का इंतज़ार कर रहे लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। भारत में जापान के दूतावास ने E5 सीरीज शिनकानसेन बुलेट ट्रेन की तस्वीरें जारी कर दी हैं। जापान द्वारा निर्मित इस ट्रेन को मुंबई- अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट के तौर पर चला जाएगा। भारत सरकार ने इस प्रोजेक्ट को 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है ।

भारत की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी सिर्फ 2 घंटे में तय करेगी, जबकि अभी इस दूरी को तय करने में करीब 7 घंटे का समय लगता है। इस सफ़र में बुलेट ट्रेन करीब 21 किलोमीटर की दूरी सुरंग के नीचे से तय करेगी जिसमें से सात किलोमीटर समुद्र के नीचे होंगे। इस बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति सीमा 350 किमी/घंटा होगी। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद बुलेट ट्रेन सुबह छह बजे से रात 12 बजे तक 70 फेरे (हर तरफ में 35 फेरे ) लगाएगी।  इस हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट में कुल 12 स्टेशन होंगे।

यह हाई स्पीड रेल परियोजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है । सितंबर 2017 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस परियोजना की नीवं रखी थी । इसी के साथ भारत ताइवान के बाद जापान की प्रतिष्ठित शिनकानसेन बुलेट ट्रेन  को खरीदने वाला दूसरा देश बन गया ।  इस प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 17 अरब डॉलर है ।

परियोजना को जापान सरकार की सहायता से नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) द्वारा पूरा किया जा रहा है। यह माना जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद करीब 90 हजार रोज़गार सीधे और अप्रत्यक्ष तौर पर उपलब्ध होंगे । मुंबई और अहमदाबाद के बाद देश के और 12 रूटों पर हाई स्पीड ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रखा गया है जिसमें दिल्ली – वाराणसी और दिल्ली – अमृतसर जैसे रूट भी शामिल हैं ।

हालाँकि मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट को पूरा करने के दौरान कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ा है । हाल ही में महाराष्ट्र के आदिवासियों और किसानों ने यह दावा किया था कि इस परियोजना को पूरा करने के लिए उनकी जमीन छीनी जा रही है ।