लुधियाना ग्रामीण पुलिस ने नियंत्रण रेखा (LoC) से हेरोइन खरीदकर पंजाब में बेचने के आरोप में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तैनात सेना के तीन जवानों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान लुधियाना के भनौर गांव के 25 वर्षीय विक्रमजीत सिंह, होशियारपुर जिले के चिंगार कलां गांव के जसविंदर सिंह जस्सी और फरीदकोट जिले के जैतोन के बलजिंदर सिंह बल्ली के रूप में हुई है।

लुधियाना (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक अंकुर गुप्ता ने कहा कि वे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेंगे और जल्द ही आगे की जानकारी साझा करेंगे। एक वरिष्ठ जांच अधिकारी ने बताया कि दो दिन पहले लुधियाना के पमाल गांव में पुलिस चौकी पर विक्रमजीत को रोका गया और उसके पास से 255 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। पूछताछ के दौरान विक्रमजीत ने बताया कि वह श्रीनगर में सिपाही के पद पर तैनात था।

LoC से हेरोइन खरीदकर पंजाब में बेचते थे

नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “विक्रमजीत, जस्सी और बल्ली पाकिस्तान से नियंत्रण रेखा के पास से हेरोइन की तस्करी करते थे और उसे पंजाब में बेचते थे। विक्रमजीत द्वारा दी गई सूचना के आधार पर लुधियाना पुलिस की एक टीम जम्मू-कश्मीर गई और श्रीनगर से जस्सी और बल्ली (दोनों सेना में हवलदार के पद पर तैनात हैं) को गिरफ्तार कर लिया।

पाकिस्तानी सेना अपना हेडक्वार्टर कहीं भी क्यों ना ले जाए, पूरा PAK हमारी रेंज में- DG आर्मी एयर डिफेंस

आसानी से पैसा कमाने के लिए कर रहे थे ड्रग स्मगलिंग

अधिकारी ने आगे कहा, “विक्रमजीत जो एक साल से अधिक समय से श्रीनगर में तैनात है, इस काम के लिए अक्सर छुट्टी लेकर अपने होम टाउन आता था। तीनों जवान मध्यम वर्गीय परिवारों से हैं, और आसानी से पैसा कमाने के लिए यह काम कर रहे थे।” अधिकारी ने बताया कि तीनों के खिलाफ जोधन पुलिस थाने में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21 और 25 के तहत FIR दर्ज की गई है। इस मामले में और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।

पंजाब में रिट्रीट सेरेमनी शुरू

वहीं, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान सीमा के पास पंजाब के तीन स्थानों पर सार्वजनिक रूप से झंडा उतारने की रस्म बुधवार से शुरू होगी। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद यह रस्म दो सप्ताह तक सार्वजनिक रूप से नहीं हुई।

बीएसएफ के जालंधर मुख्यालय ‘पंजाब फ्रंटियर’ ने कहा कि समारोह मंगलवार से फिर से शुरू होगा लेकिन यह केवल मीडियाकर्मियों के लिए खुला रहेगा। आम लोग बुधवार से समारोह में भाग ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का समय शाम 6 बजे होगा। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि अटारी, हुसैनीवाला और सादकी में शाम को रोजाना आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम 20 मई से दोबारा शुरू हो जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि समारोह की कुछ रस्मों में हालांकि कटौती की जाएगी क्योंकि बीएसएफ के जवान पाकिस्तान रेंजर्स से हाथ नहीं मिलाएंगे और झंडा उतारने की रस्म के दौरान द्वार नहीं खोले जाएंगे, जैसा कि पहले होता था। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स