जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आतंकवाद को लेकर विवादित बयान दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि आतंकवाद न खत्म हुआ है और न ही खत्म होगा। उन्होंने कहा कि जब तक भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते नहीं सुधारता, तब तक यह समस्या बनी रहेगी।
मीडिया से बातचीत के दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “जो लोग ये सोचते हैं कि आतंकवाद खत्म हो जाएगा, मैं उन्हें यहीं चुनौती देता हूं कि आतंकवाद कभी खत्म नहीं होगा। जब तक हम अपने पड़ोसियों से बेहतर संबंध नहीं बनाते, तब तक हालात नहीं सुधरेंगे।” हालांकि फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि वह शांति के पक्षधर हैं और बातचीत के जरिए ही समाधान संभव है। कुलगाम जिले में जारी मुठभेड़ के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘जब मुठभेड़ जारी है तो आप कैसे कह सकते हैं कि आतंकवाद समाप्त हो गया?’’
विपक्षी दल राष्ट्र विरोधी ताकतों से प्यार करते हैं- रेखा गुप्ता
वहीं, दूसरी ओर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी आरोप लगाया कि विपक्षी दल राष्ट्र विरोधी ताकतों से प्यार करते हैं लेकिन भारत से नहीं। सीएम ने यह टिप्पणी दिल्ली विधानसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ पर बहस के दौरान की। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को करारा जवाब था। रेखा गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी बहनों की गरिमा की रक्षा करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई।
विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ये लोग भारत से प्यार नहीं करते बल्कि वे राष्ट्र-विरोधी ताकतों से प्यार करते हैं क्योंकि वे उनमें अपना प्रतिबिंब देखते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी दल ‘इंडिया’ गठबंधन बनाने के लिए एकजुट हुए। नाम तो ‘इंडिया’ है लेकिन अगर आप उनकी बात सुनें तो ऐसा लगेगा कि वे पाकिस्तान के प्रवक्ता हैं, यहां तक कि लोकसभा में भी कई सांसदों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल उठाए। उन्हें अपनी सेना और अपने प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं है बल्कि उन्हें दूसरे देशों पर भरोसा है।” पढ़ें- ‘अचानक से पाकिस्तान के दोस्त बन गए डोनाल्ड ट्रंप’, किस बात को लेकर ऐसा बोले फारूक अब्दुल्ला