Jammu Kashmir CM Omar Abdullah: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने राजौरी जिले के बड्डाल गांव में दिसंबर से अब तक तीन परिवारों के 17 लोगों की रहस्यमयी बीमारी से मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। जम्मू -कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गांव के दौरे के दौरान कहा कि नागरिक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मामले को सक्रियता से देख रहे हैं… इसके अतिरिक्त, एक केंद्रीय टीम को तैनात किया गया है जो इस दुर्भाग्यपूर्ण जानमाल की हानि के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए तत्परता से काम कर रही है।
बता दें, इंडियन एक्सप्रेस ने मंगलवार को बताया कि एक केंद्रीय टीम द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में पास के एक ‘बाओली’ (जलाशय) में कीटनाशक के अवशेष पाए गए। हालांकि, दूषित पानी और मौतों के बीच कोई सीधा संबंध अभी तक स्थापित नहीं हुआ है, न ही प्रदूषण का कारण निर्धारित किया गया है।
उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को मंत्री जावेद राणा और विधायक जावेद इकबाल चौधरी के साथ बड्डाल गांव का दौरा किया और शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार की प्राथमिकता भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम सुनिश्चित करना तथा दुर्भाग्यपूर्ण मौतों की श्रृंखला को तत्काल रोकना है। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच चल रही है।
इसके अतिरिक्त, एक केंद्रीय टीम को तैनात किया गया है जो इस दुर्भाग्यपूर्ण जानमाल की हानि के कारणों का पता लगाने के लिए लगन से काम कर रही है। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि जांच के निष्कर्षों को पारदर्शी बनाया जाएगा तथा परिणामों के आधार पर उचित उपाय लागू किए जाएंगे।
राजनीतिक हस्तक्षेप में संयम बरतने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं कि वे संबंधित एजेंसियों को अपना काम करने दें। इन दुखद मौतों के पीछे के कारणों की पहचान करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दौरे के दौरान विधायक चौधरी ने प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने का प्रस्ताव सौंपा।
कब से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला?
गांव में पहली मौत का मामला 7 दिसंबर को सामने आया था। यहां पर एक ही परिवार के पांच सदस्यों की रहस्यमयी बीमारी के कारण मौत हो गई थी। सात सदस्यों वाला यह परिवार गांव में सामुदायिक भोजन के बाद बीमार पड़ गया था। पांच दिन बाद 12 दिसंबर 2024 को इसी बीमारी से तीन बच्चों की मौत हो गई। 12 जनवरी को एक और सामुदायिक भोजन खाने के बाद दस लोगों का एक परिवार बीमार पड़ गया। तब से अब तक करीब 17 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने बड्डाल गांव में प्रभावित परिवारों के तीन घरों को भी सील कर दिया है। ये घर एक दूसरे से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हैं।
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(इंडियन एक्सप्रेस के लिए अरुण शर्मा की रिपोर्ट)