जम्मू-कश्मीर में नई सरकार गठन के साथ ही आतंकी घटनाएं शुरू हो गई हैं। बीते कुछ दिनों में गांदरबल समेत कई जगहों पर हमले हुए हैं। हाल ही में मंगलवार को सेना ने जम्मू के अखनूर में दो आतंकियों को मार गिराया है। इसी बीच सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि सीमा पार स्थित आतंकी शिविरों में 50 से अधिक आतंकवादी मौजूद हैं जो जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ की फिराक में हैं। अधिकारी ने कहा कि सेना इस चुनौती के प्रति पूरी तरह सतर्क है और घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करेगी।

दस इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल आफिसर कमांडिंग मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने यहां के निकट अखनूर सेक्टर में तीन आतंकवादियों को मार गिराए जाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सेना आतंकवादियों को नागरिकों को नुकसान पहुंचाने नहीं देगी।

अखनूर में मारे गए दो आतंकी

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर के एक गांव के पास वन क्षेत्र में छिपे दो आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मंगलवार की सुबह मार गिराया, जिससे नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास 27 घंटे तक चली मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की संख्या तीन हो गई है। अधिकारी ने कहा, ‘घुसपैठ की रूपरेखा हर गुजरते साल के साथ बदलती है, खासकर बर्फबारी के दौरान और हम चुनौती के लिए तैयार हैं।’

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मेजर जनरल श्रीवास्तव के साथ 28 इंफैंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर कपिल तनेजा और जम्मू-कठुआ-सांबा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक शिव कुमार शर्मा भी थे। मेजर जनरल श्रीवास्तव ने कहा कि चुनौतियां वही हैं – घुसपैठ और आतंकवादी कृत्यों का मुकाबला करना। उन्होंने कहा, ‘हम पूरी तरह से तैयार हैं, जैसा कि आपने आतंकवादियों के खिलाफ हाल के सफल अभियानों में देखा है। मुझे यकीन है कि ऐसे सफल अभियानों का आतंकवाद पर असर पड़ेगा।’

सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता

पीर पंजाल के दक्षिण में स्थित आतंकी शिविरों में मौजूद संभावित आतंकवादियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि संख्या के बारे में जानकारी आमतौर पर बदलते समय के साथ बदलती रहती है। वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, ‘संयुक्त खुफिया रपट के अनुसार, वहां 50 से 60 आतंकवादी मौजूद हैं।’ अखनूर में तीन आतंकवादियों के मारे जाने को सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता बताते हुए उन्होंने कहा कि वे नए घुसपैठिए समूह का हिस्सा नहीं थे।

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मेजर जनरल श्रीवास्तव ने कहा, ‘यह एक ऐसा समूह था जो अंदरूनी इलाकों में मौजूद था और हम पिछले कुछ समय से उनका पता लगा रहे थे। वे यहां आए और बेनकाब हो गए।’ उन्होंने कहा, ‘इलाके (अखनूर) पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, हालांकि जमीनी रपट से पता चलता है कि वहां केवल तीन आतंकवादी थे।’ उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोधी व्यवस्था को मजबूत किया गया है और ‘इस क्षेत्र में कोई घुसपैठ नहीं हुई है।’ उन्होंने कहा कि अंदरूनी इलाकों में मौजूद आतंकवादी छोटे-छोटे समूहों में घूम रहे हैं।

मेजर जनरल श्रीवास्तव ने कहा कि अखनूर में आतंकवादियों की कोई स्थायी मौजूदगी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम अपनी चौकसी में कोई कमी नहीं आने देंगे। इस क्षेत्र में लंबे समय से कोई घुसपैठ नहीं हुई है।’ मारे गए आतंकवादियों से अत्याधुनिक एम-4 कार्बाइन बरामद होने और पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकवादियों को सीधे हथियार मुहैया कराने की आशंका पर उन्होंने कहा, स्रोत कई हो सकते हैं।’