जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 27 अक्टूबर को राजौरी पहुंचे। उन्होंने इस दौरान जवानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह परंपरा है कि दिवाली का त्योहार अपने परिवारवालों के साथ मनाया जाता है। इसलिए मैंने भी फैसला लिया कि मैं यह त्योहार अपने परिवार के साथ मनाऊंगा। इसलिए मैं आप लोगों के साथ दिवाली मनाने आया, आप मेरा परिवार हैं।’ मोदी ने कहा कि देश से कई बॉर्डर लगे हैं मगर जिस क्षेत्र में ये सेना के जवान हैं वो अलग है। उन्होंने कहा, ‘युद्ध हो या घुसपैठ इस क्षेत्र को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मगर यह जगह हमेशा उन सभी परेशानी से निकाल आती है। यह ऐसा क्षेत्र (पाकिस्तान से लगा) हैं जिसने कभी हार नहीं देखी। यह अजेय क्षेत्र हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिवाली मनाने के बाद सेना के जवानों ने कहा कि वे बहुत खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के विशेष अधिकार वाले प्रावधान हटाए जाने के बाद मोदी पहली बार राज्य के किसी सीमावर्ती जिले में पहुंचे। उन्होंने बी जी ब्रिगेड मुख्यालय पर जवानों के साथ संवाद किया। प्रधानमंत्री से मुलाकात और बातचीत के बाद खुश नजर आ रहे ज्यादातर जवानों ने इस बारे में बातचीत से इनकार किया, हालांकि कुछ सैनिकों ने वहां से जाते-जाते संवाददाताओं से बातचीत की।
एक जवान ने कहा, ‘‘हमने कभी नहीं सोचा था कि हम प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे। उन्होंने हमारे लिए दिवाली के जश्न को यादगार बना दिया।’’ उन्होंने कहा कि मोदी का दौरा हैरान करने वाला था और ‘हम उनसे मुलाकात के बाद खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।’’ जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए एक जवान ने कहा कि मोदी का यह कदम उन सैनिकों का हौसला बढ़ाने वाला था जो देश को सुरक्षित रखने के लिए सीमा की सुरक्षा में 24 घंटे डंटे रहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री बहुत अच्छे हैं और सीमा की सुरक्षा में हमारी भूमिका की सराहना की। उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार हमारे साथ खड़ी है और राष्ट्र की सेवा में हमारे योगदान की स्वीकार्यता के लिए हर संभव प्रयास होगा।’’ (भाषा इनपुट)