जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की चीफ महबूबा मुफ्ती की तरफ से उनके सोशल मीडिया हैंडल को बेटी इल्तिजा ने संभाल लिया है। बेटी ने इसके जरिए पूछा है कि तीन दिन हो गए हैं, फिर भी मां को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है?

शुक्रवार (20 सितंबर, 2019) दोपहर महबूबा के टि्वटर हैंडल से लिखा गया, “महबूबा मुफ्ती, जो कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वह पांच अगस्त, 2019 से हिरासत में हैं। यह उन्हीं का टि्वटर अकाउंट है, जिसे उन्होंने तब से नहीं चलाया है। अब इसे उनकी तरफ मैं उनकी बेटी इल्तिजा चलाऊंगी।”

अगले ट्वीट में कहा गया, “मैंने (इल्तिजा) भारत सरकार के गृह सचिव और जम्मू-कश्मीर के गृह सचिव को 18 सितबंर को इस बारे (मां के बारे में सूचना के लिए) में जानकारी के लिए ई-मेल भेजा था। मैं अभी भी उनके जवाब का इंतजार कर रही हूं।” इस ट्वीट के साथ उस मेल की प्रति भी संलग्न की गई थी। देखें:

दरअसल, मोदी सरकार ने जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान खत्म करते हुए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।

संसद में जिस दिन इस मसले से जुड़ा विधेयक (जम्मू-कश्मीर पुनःगठन बिल 2019) पारित हुआ था, उसके ऐन पहले देर रात कश्मीर में बड़े अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था, जिनमें महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं।

जुम्मे की नमाज के मद्देनजर घाटी में फिर प्रतिबंधः कश्मीर में जुम्मे की नमाज के बीच कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर घाटी के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को फिर से प्रतिबंध लगाए गए। अधिकारियों के अनुसार, घाटी में लगातार 47वें दिन जनजीवन प्रभावित रहा। इस दौरान बाजार बंद रहे और सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे।

अधिकारियों ने आगे बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी के कुछ इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाए गए हैं। श्रीनगर के सौरा पुलिस थाने के अंचार इलाके और नौहट्टा एवं निकटवर्ती इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। कुपवाड़ा और हंदवाड़ा पुलिस थानों और गांदरबल, अनंतनाग और बिजबेहाड़ा में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।