रेल मंत्रालय ने सोमवार (एक जून) से 200 नॉन एसी ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है। इन ट्रेनों की टाइम टेबल रेलवे द्वारा जारी कर दी गई है। रेलवे ने साफ कर दिया है कि केवल रिजर्व्ड ट्रेनें ही चलेंगी। IRCTC ने टिकटों की बुकिंग शुरू कर दी है। घर बैठे टिकट बुकिंग के लिए लोगों को IRCTC की एप या आधिकारिक वेबसाइट WWW.IRCTC.CO.IN पर जाना होगा। इसके बाद आईडी पासवर्ड डालकर लॉगइन करना होगा। इसके बाद अपनी डेस्टिनेशन और सोर्स स्टेशन आदि की जानकारी भरनी होगी। इसके बाद फाइंड ट्रेन बटन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद बुक के विकल्प पर जाकर तारीख का चुनाव करना होगा। अगली स्क्रीन पर यात्रियों को अपने नाम, पते, उम्र और मोबाइल नंबर आदि की जानकारी देकर कंटीन्यू पर क्लिक करना होगा। इसके बाद पेमेंट के लिए प्रोसीड करना होगा। टिकट बुक होने पर आपके दिए नंबर पर कंफर्मेशन मैसेज आ जाएगा।
दिल्ली के पांच रेलवे स्टेशनों सराय रोहिल्ला स्टेशन, नई दिल्ली स्टेशन, पुरानी दिल्ली स्टेशन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन,और आनंद विहार स्टेशन पर पैसेंजर सर्कुलेशन सिस्टम यानी एंट्री और एग्जिट सिस्टम में बदलाव भी किया गया है।
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रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘झारखंड, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने योजना के अनुसार इन ट्रेनों को चलाने या ठहराव की संख्या को लेकर आपत्ति जाहिर की है। राज्यों के साथ मामले पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। इस संबंध में किसी भी अन्य घटनाक्रम के बारे में बताया जायेगा।’’
सूत्रों ने बताया कि झारखंड ने अनुरोध किया है कि राज्य आने वाली चार ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जाये, जबकि 20 अन्य के ठहराव कम हो। आंध्र प्रदेश ने कहा कि केवल 22 ट्रेन राज्य में आनी चाहिए और फिलहाल ठहराव की संख्या कम की जाये।
Highlights
200 स्पेशल ट्रेनों में सफर के लिए रेल टिकट बुक कराने जा रहे हैं तो आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें ट्रेन में हर वर्ग के यात्री की जरूरत को ध्यान में रखा गया है। बता दें कि ट्रेन में नॉन-एसी, एसी, जनरल और स्लीपर कोच मिलेंगे। 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों में एक्सप्रेस, दूरंतो, मेल और जनशताब्दी कैटिगरी की ट्रेनें शामिल होंगी।
1 जून से पटरी पर दौड़ रही 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों में आप भी सफर करने के लिए टिकट बुकिंग कराने जा रहे हैं तो आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि किराये में केटरिंग का शुल्क नहीं जोड़ा जाएगा।
100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों पटरी पर दौड़ रही हैं, आप भी यदि सफर करने जा रहे हैं तो घर से निकलने से पहले जान लें कि आपको ट्रेन में सफर के दौरान चादर, कंबल या फिर तकिया उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। घर से निकलने से पहले अपने साथ जरूरत के हिसाब से इन चीजों को साथ रखें।
रेल मंत्रालय ने जो 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनों के संचालन की जो मंजूरी दी है, उनमें से 44 ट्रेनें दिल्ली के पांच स्टेशनों पर ठहरेंगी। लोगों को स्टेशन परिसर में बिना टिकट अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जाएगा।
मुंबई से पटना जा रही श्रमिक एक्सप्रेस 01837 में प्रवासियों को फफूंद लगा खाना बांटने का मामला सामने आया है। जबलपुर स्टेशन पर जब यह खाने के पैकेट बांटे गए तो मजदूरों ने खराब खाना देखकर हंगामा कर दिया। जब इसकी जानकारी आईआरसीटीसी को लगी तो उसने खाना बांटने वाली कैंटीन के ठेके को निरस्त कर दिया है। साथ ही कैंटीन पर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
दिल्ली के पांच रेलवे स्टेशनों सराय रोहिल्ला स्टेशन, नई दिल्ली स्टेशन, पुरानी दिल्ली स्टेशन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन,और आनंद विहार स्टेशन पर पैसेंजर सर्कुलेशन सिस्टम यानी एंट्री और एग्जिट सिस्टम में बदलाव भी किया गया है।
रेलवे बोर्ड ने क्षेत्रीय महाप्रबंधकों के लिए निर्देश जारी कर कहा है कि ट्रेनों के परिचालन में समय की पाबंदी बनाए रखी जाए। आदेश में कहा गया है, ‘‘रेल मंत्री की इच्छा है कि 12 मई और एक जून से चल रही मेल/एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनों के समय अनुपालन पर मंडल और जोन के स्तर पर नजर रखी जाए तथा श्रमिक स्पेशल के समयबद्ध परिचालन पर विशेष ध्यान रखा जाए (यदि गाड़ी रोककर रखी जाती है तो रोकने के कारण का विश्लेषण किया जाए और उसके समय पर चलने के लिए तत्काल कदम उठाया जाए)। यह बहुत आवश्यक विषय है, उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।’’ खबरों के अनुसार 3740 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के विश्लेषण से सामने आया कि 40 फीसदी ट्रेनें औसतन आठ घंटे की देरी से गंतव्य पर पहुंचीं।
रेलवे बोर्ड ने सोमवार को एक आदेश जारी कहा कि 12 मई से चल रही राजधानी स्पेशल ट्रेनों और सोमवार से शुरू हुई स्पेशल ट्रेन सेवाओं की समय की पाबंदी बनाये रखना जरूरी है। रेलवे ने अबतक 4000 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलायी हैं और 56 लाख से अधिक यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचाया है। आदेश में कहा गया है कि ट्रेनों के विलंबित होने की वजह स्पष्ट होनी चाहिए। बेवजह विलंब करने पर लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई होगी।
रेलवे ने सोमवार को देशभर में करीब 1.45 लाख यात्रियों के साथ 200 स्पेशल ट्रेनों की सेवाएं शुरू की। उनमें से करीब 60 फीसद ट्रेनें उत्तर भारत में शुरू हुईं। ऐसी पहली ट्रेन मुम्बई के छत्रपति शिवाजी महाराज स्टेशन से रात 12 बजकर दस मिनट पर वाराणसी के लिए रवाना हुई। रेलवे की ऐसी 200 ट्रेने चलाने की योजना है।
दिल्ली क्षेत्र में 36 ट्रेनें नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची या वहां से रवाना हुई तथा आठ ट्रेनें वहां से गुजरीं। निजामुद्दीन स्टेशन पर 18 ट्रेनें पहुंचीं या वहां से रवाना हुई एवं एक ट्रेन वहां से गुजरी। आनंदविहार रेलवे स्टेशन पर दस ट्रेनें पहुंची या वहां से रवाना हुईं। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर चार ट्रेनें पहुंची और वहां से चार ट्रेनें रवाना हुईं।
रेलवे को राज्यों से 321 और ट्रेनों का अनुरोध मिला है और ऐसी संभावना है कि वह शीघ्र ही इस सेवा को समाप्त करने का निर्णय ले। रेलवे का कहना है कि जब तक मांग रहेगी, वह इन ट्रेनों को चलाएगा। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष की ओर से 29 मई को राज्यों को भेजे गये पत्र में अनुरोध किया गया था कि वे अब भी लौटने को इच्छुक पंजीकृत प्रवासियों की अपनी सूची पर नजर दौड़ाएं और 30 मई तक ऐसी ट्रनों की अपनी जरूरत सामने रखें ताकि ऐसी सेवाओं की योजना बनायी जा सके।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि सोमवार से रेल सेवा के प्रारम्भ होने के दृष्टिगत सभी रेलवे स्टेशनों पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। स्टेशन पर प्रशासन, पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अनिवार्य रूप से तैनात हों। स्टेशन पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाए। रेलवे स्टेशन पर हर यात्री को कोरोना वायरस से बचाव के सम्बन्ध में हैण्डबिल उपलब्ध कराया जाए।
तकरीबन दो महीने तक बेकार रहने के बाद 160 बिस्तरों वाले रेलवे के दस डिब्बे कोविड-19 देख-रेख केंद्र के रूप में दिल्ली में तैनात किये गये हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इन डिब्बों को यहां शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन के डिपो में रखा गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि वातानुकूलन रहित 160 बिस्तरों वाले दस डिब्बों के अतिरिक्त कोविड-19 देख-रेख केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टरों के लिए तीन वातानुकूलित डिब्बे होंगे।
रेलवे अबतक 4000 ऐसी ट्रेनों से करीब 56 लाख प्रवासियों को उनके घर पहुंचा चुका है। अब ऐसी ट्रेनों की मांग घट गयी है। 321 ट्रेनों की नयी मांग में ज्यादातर ट्रेन पश्चिम बंगाल के लिए हैं। सूत्रों का कहना है कि औसतन 200 से अधिक ट्रेनें चला रहे रेलवे की ऐसी 321 ट्रेनों की मांग अगले दो दिनों में पूरा करने की क्षमता है। लेकिन उसे राज्यों की जरूरतों को ध्यान में रखना होगा जो चरणबद्ध तरीके से ट्रेन भेजने की मांग कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, रेलवे ने रविवार को केवल 69 ऐसी ट्रेनें चलायीं। रेलवे ने 1 मई से श्रमिक स्पेशल चलाना शुरू किया था।
जम्मू-कश्मीर में लॉकडाउन की वजह से फंसे प्रवासी कामगारों को लेकर चार रेलगाड़ियां अगले दो दिन में रियासी जिले के कटरा रेलवे स्टेशन से मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होंगी। यह जानकारी आधिकारिक प्रवक्ता ने सोमवार को दी। उन्होंने बताया कि 19 से 28 मई के बीच 19 श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों से करीब 30,500 प्रवासी कामगारों को जम्मू-कश्मीर से उनके गृह राज्य भेजा जा चुका है। प्रवक्ता ने बताया कि दो जून को दो रेलगाड़ियां छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के लिए रवाना होंगी।
हरियाणा के अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन लॉकडाउन के चलते दो महीने बाद सोमवार को ट्रेन सेवाएं शुरू हो गईं। रेलवे ने सोमवार से शुरू हुए लॉकडाउन के पांचवे चरण के दौरान देशभर में 200 ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू करने का ऐलान किया था। इसी के तहत सोमवार को अमृतसर-हरिद्वार जन शताब्दी, अमृतसर-जय नगर एक्सप्रेस, हरिद्वार-अमृतसर जन शताब्दी तथा नयी दिल्ली-उना जन शताब्दी ट्रेनें अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पहुंची। अधिकारियों ने कहा कि रवानगी से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचे और तय टिकट वाले यात्रियों को ही ट्रेन में सवार होने की अनुमति दी गई।
रेलवे द्वारा बनाई गई योजनाओं के अनुसार आंध्र प्रदेश में 71 ठहराव थे। हालांकि वह केवल एक ही स्थान पर ठहराव चाहता है क्योंकि उनका कहना है कि अन्य ठहराव बिंदुओं पर पृथक रखने संबंधी बुनियादी ढांचा तैयार करना संभव नहीं था। वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र ने लॉकडाउन की अवधि को 30 जून तक बढ़ा दिया है और ट्रेन तथा विमान परिचालन को प्रतिबंधित किया है। रेलवे ने एक जून से 200 विशेष यात्री ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है।
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि पहला चार्ट ट्रेन छूटने के कम से कम 4 घंटे पहले तैयार किया जाएगा तो वहीं दूसरा चार्ट ट्रेन के छूटने के कम से कम 2 घंटे पहले तैयार होगा। याद करा दें कि दूसरा चार्ट 30 मिनट पहले तैयार होता था।
स्पेशल ट्रेन में सफर करने से पहले आपको फोन में आरोग्य सेतु (Aarogya Setu App) को डाउनलोड करना होगा। इतना ही नहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का भी सख्ती से पालन करना होगा।
आप भी यदि स्पेशल ट्रेन में सफर करने जा रहे हैं तो एक बात जो आप लोगों को विशेष रूप से ध्यान रखनी है वह यह है कि रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश और बाहर निकलते समय और यात्रा के दौरान फेस कवर या मास्कर लगाना अनिवार्य है।
1 जून यानी आज से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। बता दें कि यात्रियों को सफर के दौरान कंबल, चादर और तकिया की सुविधा फिलहाल उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। ऐसे में यात्रियों को जरूरत की इन चीजों को अपने साथ ले जाना होगा।
1 जून यानी आज से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। आप भी यदि रेल टिकट बुकिंग करवाने का सोच रहे हैं तो आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि किराये में केटरिंग का शुल्क शामिल नहीं किया जाएगा।
आप भी अगर ट्रेन में सफर करने जा रहे हैं तो आपका यह जानना बेहद जरूरी है कि ट्रेन छूटने से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचना होगा।
भारतीय रेलवे ने 1 जून यानी आज से यात्रियों के लिए 200 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया है लेकिन ट्रेन में सफर करने से पहले जान लें कि केवल कंफर्म और आरएसी टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन परिसर में एंट्री और ट्रेन में यात्रा की अनुमति होगी।
नई दिल्ली से हिमाचल प्रदेश के उना शहर के लिए रवाना हुई जनशताब्दी ट्रेन। बता दें कि ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
आप भी अगर 1 जून यानी आज से शुरू हुई 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेन में सफर करने जा रहे हैं तो बता दें कि रेल मंत्रालय ने ट्वीट कर कुछ यात्रियों के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
1 जून से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नज़र आ रहे हैं, तस्वीरें भी सामने आई हैं।
स्पेशल ट्रेनों के लिए टिकट बुकिंग 120 दिन पहले भी की जा सकती है। आप भी यदि स्पेशल ट्रेन में यात्रा करना चाहते हैं तो बता दें कि रेल टिकट irctc.co.in या फिर मोबाइल एप के जरिए कराई जा सकती है।
बिहार में आज से 24 जोड़ी अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का परिचालन भी शुरू हो गया है। ट्रेन से यात्रा के लिए रेलवे की ओर से कई तरह की एडवाइजरी जारी की गई है। रेलकर्मियों के साथ ही यात्रियों को भी पूरी तरह से एडवाइजरी का पालन करना होगा। पूर्व- मध्य रेल जोन में 12 मई से छह जोड़ी एसी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ था। अब पहली जून से इनके अलावा 24 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है। अगर दानापुर मंडल क्षेत्र की बात करें तो यहां से 20 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ होगा या गुजर रहीं हैं।
1 जून 2020 यानी आज से 200 स्पेशल ट्रेनों में एक्सप्रेस, दूरंतो, मेल और जनशताब्दी कैटिगरी की ट्रेनें शामिल होंगी। यात्रियों को इन ट्रेनों में सफर के लिए नॉन-एसी, एसी, जनरल और स्लीपर कोच मिलेंगे।
इसके अलावा रेल मंत्रालय ने कहा है कि अब यात्री टिकट रिजर्वेशन के लिए 120 दिन यानी 4 महीने पहले से ही बुकिंग करा सकते हैं। रेलवे ने फिलहाल यात्रियों को सिर्फ एक महीने पहले तक की ही एडवांस बुकिंग की सुविधा दे रखी है। नया नियम 31 मई सुबह से लागू हो जाएगा।
नई दिल्ली स्टेशन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, सराय रोहिल्ला स्टेशन, पुरानी दिल्ली स्टेशन और आनंद विहार स्टेशन पर पैसेंजर सर्कुलेशन सिस्टम में बदलाव किया गया है। इन स्टेशनों पर कई इंतज़ाम भी किए गए हैं ताकी यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे और भीड़ एकत्रित ना हो।
रेलवे ने कहा कि लगभग 26 लाख यात्रियों ने एक जून से 30 जून तक विशेष ट्रेनों से यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग कराई है। ये पूरी तरह से आरक्षित ट्रेनें हैं जिनमें एसी और नॉन एसी दोनों ही तरह के कोच हैं। साथ ही जनरल (जीएस) कोच में यात्रा के लिए भी सीट आरक्षित रखी गई है।
आंध्र प्रदेश ने अनुरोध किया कि केवल 22 ट्रेनें राज्य में आएं। जबकि 71 स्टॉपेज को भी कम किया जाए। झारखंड ने अनुरोध किया कि चार ट्रेनों को रद्द किया जाए। जबकि 20 अन्य का ठहराव कम किया जाए।
नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली ये ट्रेन गाजियाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, आलमनगर और लखनऊ रुकेगी। COVID-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए 68 दिनों के राष्ट्रव्यापी तालाबंदी के बाद से, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने औसतन प्रति दिन 1.3 आदेश जारी किए। गौरतलब है कि आज से देश भर में 200 विशेष ट्रेनें चलाईं जा रही हैं। इन नियमित ट्रेनों को उनके निर्धारित टाइम के हिसाब से चलाया जाएगा। इन ट्रेनों में यात्रा के लिए रेलवे ने एक गाइडलाइ जारी की है। यात्रियों को इस गाइडलाइन को फॉलो करना जरूरी है।
दिल्ली से लिए महानंदा एक्सप्रेस (02218) और सरयू जमुना (04650) भी लखनऊ जा रही है। महानंद दिल्ली से शाम 6.35 बजे जबकि सरयू जमुना दिल्ली के सब्जी मंडी स्टेशन से शाम 8.05 बजे चलेगी।
दिल्ली से लखनऊ से लिए आज विशेष ट्रेन चलाने जा रही है। नई दिल्ली स्टेशन से चलने वाली इस विशेष ट्रेन का नंबर 02232 है। इसमें एसी फर्स्ट, एसी सेकेंड और एसी थर्ड सहित स्लीपर और जनरल कोच है। यह ट्रेन रात को 10.05 बजे नई दिल्ली स्टेशन से चलेगी और अगले दिन यानी मंगलवार को 6.55 बजे पहुंचेगी।
हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, दिल्ली जंक्शन और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए प्रवेश और निकास योजना भारतीय रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी द्वारा अधिसूचित की गई है। भारतीय रेलवे कल से 200 यात्री ट्रेन सेवाओं का संचालन शुरू करेगा।
झारखंड की एक प्रवासी महिला कामगार ने श्रमिक ट्रेन में मुहैया कराई गईं सुविधाओं की जमकर तारीफ की है, जिसे सुनकर रेल मंत्री पीयूष गोयल काफी खुश हैं। गोयल ने 29 मई को महिला का वीडियो ट्विटर पर साझा किया, जिसमें वह श्रमिक विशेष ट्रेन में मिलीं सुविधाओं का बखान कर रही है। वह 28 मई को गुजरात से झारखंड के हटिया पहुंची थी। वीडियो में महिला रेलवे का आभार व्यक्ति कर रही है। गोयल ने वीडियो के साथ लिखा, ''रेलवे की श्रमिक स्पेशल ट्रेनें कोरोना आपदा में हमारे कामगारों को ना सिर्फ उनके घर पहुंचा रही हैं, बल्कि उनकी खोई मुस्कुराहट भी लौटा रही है। यात्रियों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उन्हें सफर में कोई दिक्कत नही हुई, और सभी व्यवस्था बढ़िया रही।''