IRCTC, Indian Railways: ट्रेन का सफर अगर लंबा हो और उसमें पेंट्री कार ना हो तो यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। रेलवे के पास खराब क्वॉलिटी के खाद्य पदार्थों और समान को लेकर अवैध वसूली की सबसे ज्यादा शिकायत आती हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) ने ट्रेनों में ट्रेन साइड वेंडिंग (TVS) रखने का फैसला किया था। इसके तहत रेलवे बिना पेंट्रीकार वाली ट्रेनों में दिन के वक्त यात्रियों को ताजा खाना उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन यह योजना पूरी तरह लागू होने से पहले ही दिक्कत में आ गई है।
दरअसल रेलवे की तरफ से ट्रेनों में वेंडर्स नियुक्त करने का काम आईआरसीटीसी का था। इसके लिए आईआरसीटीसी ने टेंडर निकले। आईआरसीटीसी द्वारा वेस्ट जोन में निकले गए 21 सेक्शन टेंडर में 4 सेक्शन में किसी ने रुचि नहीं दिखाई। इसकी बड़ी वजह यह है कि उस जोन में गुंडों का दबदबा है। ट्रेनों में रेलवे द्वारा आधिकारिक तौर पर सामान बेच रहे लोगों को चाकू दिखाकर भगा दिया जाता है। अधिकारी ने बताया कि लोकल लोगों की दबंगई के चलते यहां कोई वेंडर टीवीएस में रुचि नहीं दिखा रहा है।
इस वजह से यात्रियों तक खान पान का सामान नहीं पहुंच रहा है। रेलवे वेंडर्स के माध्यम से खाना पहुंचाने में नाकाम रही है, जिसके चलते यात्रियों ने ऑनलाइन फूड डिमांड बढ़ा दी है। आईआरसीटीसी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, साल 2018-19 में वेस्टर्न जोन में प्रतिदिन औसतन 5,128 मील की ऑनलाइन बुकिंग होती थी। अप्रैल 2019 के बाद यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है और यह अब 8,018 मील प्रतिदिन पहुंच गया है।
ऑनलाइन मील बुकिंग से आईआरसीटीसी ने 2018-19 में 20.61 करोड़ रुपये की कमाई कि थी। इस दौरान 18,75,795 मील बुक किए गए थे। वहीं इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक आईआरसीटीसी 18.71 करोड़ की कमाई कर चुका है। अब तक 17,15,888 मील बुक हो चुके हैं। आईआरसीटीसी के मुताबिक इस साल रेकॉर्ड टूटने की उम्मीद है। वैसे, सबसे ज्यादा ऑनलाइन मील बुकिंग में नागपुर, वडोदरा, सूरत, भोपाल और इटारसी आगे हैं।