कोरोना महामारी से बचने के लिए और इस संकट की घड़ी में सुरक्षित यात्रा के लिए रेलवे ने खास तरह के कोच डिजाइन किए हैं। इस कोच में बहुत से काम बिना हाथ लगाए हो जाएंगे जिससे की संक्रमण का खतरा कम होगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, भविष्य के लिए तैयार रेलवे, कोरोना वायरस से लड़ने के लिए रेलवे कोच डिजाइन किए गए हैं। रेलवे ने पहला पोस्ट कोविड कोच तैयार किए हैं। इसमें कॉपर कोटेड हैंड्रिल्स और लैचेस,हैंड्सफ्री सुविधाएं,टाइटेनियम डी-ऑक्साइड कोटिंग,प्लाज्मा एयर प्यूरीफिकेशन जैसी सुविधाएं मौजूद होंगी।यह कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री में तैयार किया गया है। इस पोस्ट कोविड कोच को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए डिजाइन किया गया है।
Future Ready Railway: Designed to fight Coronavirus, Railways creates 1st ‘Post COVID Coach’ with:
▪️Handsfree amenities
▪️Copper-coated handrails & latches
▪️Plasma air purification
▪️Titanium di-oxide coatingFor COVID-Free passenger journey!
Details: https://t.co/VAVDu6lDST pic.twitter.com/yWakrxt4s2
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 14, 2020
क्या है खूबियां: स्पेशल डिजाइन की गई इस ट्रेन की बात करें तो इसमें कई ऐसी सुविधाएं दी गईं हैं जिसके चलते ट्रेन में हाथों के इस्तेमाल की जरूरत कम होगी। पानी के नल और सोप डिस्पेंसर को पैर से चलाने की सुविधा है। फ्लश वाल्व, वॉशबेसिन पर लगा नल और सोप डिस्पेंसर को भी पैर से ऑपरेट किया जा सकता है। इसके अलावा कॉपर कोटेड हैंडरेल और चिटकनियां हैं। जिससे कॉपर कुछ ही घंटे में वायरस को नष्ट कर देता है। कॉपर में एंटी माइक्रोबियल खूबी होती है। यह वायरस के भीतर डीएनए और आरएनए को नष्ट कर देता है। मानव संपर्क में आने वाली अधिकांश चीजों पर कॉपर कोटिंग की गई है।
इसके अलावा टाइटेनियम डी-ऑक्साइड कोटिंग फोटोएक्टिव सामग्री के रूप में कार्य करती है। यह पर्यावरण के अनुकूल होती है। इससे वायरस, बैक्टीरिया, मोल्ड, साथ ही फंगल खत्म हो जाते हैं। यह हवा की गुणवत्ता को भी ठीक करता है।