अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (इंटरनेशनल ट्रेड फेयर) में इस बार शहद के 16 प्रकार देखने को मिल रहे हैं। दावा है कि शहद की ये किस्में मौसमी मार से बचाने से लेकर कई बीमारियों में लाभदायक होती हैं। इनका सेवन रक्तचाप व मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। भारत मंडपम के हाल नंबर-6 में खादी पवेलियन लगाया गया है। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि इस पवेलियन में 225 स्टाल लगाए गए हैं, जिनमें 40 फीसद खादी निर्माण से जुड़ी संस्थाओं को आबंटित हैं, शेष लगभग 60 फीसद ग्रामोद्योग, पीएमईजीपी और स्फूर्ति की इकाइयों को आबंटित हैं।
मिनी इंडिया की दिख रही झलक
यहां पर ‘मिनी इंडिया’ के प्रमुख उत्पादों की झलक दिखती है। इसी पवेलियन में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आए उज्जवल सैनी ने बताया कि उन्होंने वर्ष 1990 में ज्योतिग्रामोद्योग संस्था के नाम से मात्र दो मधुमक्खियों के बक्से के साथ काम शुरू किया था। आज चार हजार से अधिक मधुमक्खियों के बक्से उनके पास हैं। जिन्हें वे एक जगह से दूसरी जगह लेकर जाते हैं और शहद एकत्र करते हैं।
उज्जवल ने बताया कि कश्मीर में मई-जून के महीने में होने वाले फूलों से पहाड़ी शहद एकत्र किया जाता है, जोकि सेहत के लिए काफी अच्छा होता है। उन्होंने दावा किया कि चित्तौडगढ़ व राजस्थान के फूलों के रस से बना तुलसी शहद वजन कम करने के लिए बेहतरीन हैं। वहीं, सर्दी के लिए यूकलिप्टिस शहद काफी अच्छा होता है। इसके अलावा उनके पास जामुन शहद, अजवाइन शहद भी लोगों द्वारा काफी पसंद किए जा रहे हैं। वहीं, दिल्ली पवेलियन में असल मधु के निदेशक इमरान खान ने बताया कि वे इस बार तुलसी शहद, सहजन शहद व सफेद शहद लेकर आए हैं। इसमें सफेद शहद कश्मीर के सबसे ऊंचाई वाले इलाके में उगने वाले फूल से तैयार होता है। यह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
युवाओं को भा रहा है चरखा व चाक
इस बीच, झारखंड पवेलियन देखने के लिए गुरुवर को राज्य की मुख्य सचिव अलवा तिवारी व्यापार मेले में पहुंची। उन्होंने पवेलियन में स्थापित धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प सुमन अर्पित किया साथ ही सभी स्टाल का अवलोकन किया।
ट्रेड फेयर जाने से पहले चेक कर लें टाइम और टिकट प्राइस, जानें एंट्री गेट
ट्रेड फेयर में युवाओं को सजीव प्रदर्शनी काफी भा रही है। जहां झारखंड पवेलियन में माटीकला बोर्ड के कलाकारों के साथ युवा मिट्टी के खिलौने व आभूषण बनाना सीख रहे हैं, वहीं खादी पवेलियन में गांधी चरखा पर सूत कातना भी युवाओं को काफी भा रहा है। यहां बने सेल्फी केंद्र भी युवाओं को खासा आकर्षित कर रहे हैं।
