AIIMS निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि टीका लगवाने के बाद व्यक्ति को कोरोना वायरस संक्रमण हो सकता है। पीड़ित में वैश्विक महामारी के हल्के-फुल्के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, वैक्सीन मिलने के बाद उसे अस्पताल में इलाज की जरूरत की आंशका कम ही होगी।
उन्होंने रविवार को हिंदी न्यूज चैनल India TV को बताया, “वैक्सीन लगने के बाद किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि उस व्यक्ति की इम्युनिटी फौरन ठीक हो गई। ऐसे में हमें मास्क लगाना, लगातार हाथ धोना और सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखना होगा। ये सारी चीजें साथ-साथ चलती रहेंगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि टीके के दो डोज के करीब दो हफ्ते बाद ही इम्युनिटी पूरी तरह से बनेगी।”
डॉ.गुलेरिया ने समझाया कि टीका लगने के बाद लोगों को किस प्रकार का प्रोटेक्शन मिलेगा। वह बोले, “मान लें, मुझे टीका लग गया है। ये सुरक्षा होगी कि मुझे अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा। गंभीर रूप से कोरोना नहीं होगा। मैं आईसीयू नहीं जाऊंगा। हालांकि, एक्सपोज़ होने पर हल्का-फुल्का संक्रमण हो सकता है। जुखाम-नजला होगा तब एंडीबॉडी बनेगी, जो गंभीर कोरोना नहीं होने देंगी। पर इस दौरान मैं घर के अन्य लोगों (जिन्हें टीका नहीं लगा है) को संक्रमण दे सकता हूं।”
AIIMS director Dr. Randeep Guleria से जानिए वैक्सीन लगवाने के बाद क्या कोई साइड इफेक्ट होगा ? pic.twitter.com/Cs37MwUuSb
— India TV (@indiatvnews) January 10, 2021
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,645 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,04,50,284 हो गई है जिनमें से 1,00,75,950 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार देश में 24 पिछले घंटे में 201 लोगों की मौत होने से संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,50,999 हो गई है।
देश में संक्रमणमुक्त होने वाले लोगों की संख्या 1,00,75,950 हो गई है जिससे संक्रमण से ठीक होने की दर बढ़कर 96.42 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही संक्रमण से मृत्यु दर घटकर 1.44 प्रतिशत रह गई है। लगातार 20वें दिन उपचाराधीन लोगों की संख्या तीन लाख से नीचे बनी हुई है। देश में संक्रमण के 2,23,335 मामले उपचाराधीन हैं जो कुल मामलों का 2.14 प्रतिशत है। वहीं, ब्रिटेन से आए नए स्ट्रेन के कुल केस की संख्या फिलहाल 90 है।
भारत में सात अगस्त को संक्रमित लोगों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख तथा 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।