IND vs PAK Tension: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक आतंकी हमले के बाद 26 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें एक नेपाली नागरिक थे। इसके बाद से केंद्र की एनडीए सरकार ने ने सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं। बीते शनिवार को भारत ने एक ही दिन में पाकिस्तान के खिलाफ तीन साहसिक कदम उठाए है। सरकार ने पाकिस्तान से सभी आयातों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। देश से सभी डाक सेवाओं को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी जहाजों को भारतीय बंदरगाहों पर डॉक करने तक की इजाजत भी पूरी तरह से रोक दी है।
पीएम मोदी ने पिछले दो हफ्तों में लगातार सैन्य प्रमुखों से लेकर सीसीएस की तमाम बैठकें ली हैं। इसमें हर दिन कुछ बड़े फैसले लिए गए हैं। सरकार ने पाकिस्तान से सभी आयातों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। देश से सभी डाक सेवाओं को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी जहाजों को भारतीय बंदरगाहों पर डॉक करने तक की इजाजत भी पूरी तरह से रोक दी है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 10 कड़े कदम उठाए हैं, जिन पर एक नजर डालना जरूरी है।
1- पाकिस्तान से सभी आयात प्रतिबंधित
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की 2 मई की अधिसूचना के मुताबिक सभी खामियों को दूर करने और किसी भी माध्यम से पाकिस्तानी माल के प्रवेश को रोकने के लिए सरकार ने पाकिस्तान से आने वाले या वहां से निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों के आयात और निर्यात पर लोक लगा दी गई है। यह कदम प्रत्यक्ष व्यापार के निलंबन और अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) को बंद करने के बाद उठाया गया है। इसके चलते 3,886 करोड़ रुपये का सीमा पार व्यापार रुक गया था।
पाकिस्तानी सामान अभी भी तीसरे देशों के माध्यम से भारत में प्रवेश कर रहा था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार भारत मुख्य रूप से सोयाबीन, पोल्ट्री फीड, सब्जियां, लाल मिर्च, प्लास्टिक दाने और प्लास्टिक धागे जैसी वस्तुओं का निर्यात करता है, जबकि पाकिस्तान से सूखे मेवे, खजूर, जिप्सम, सीमेंट, कांच, सेंधा नमक और जड़ी-बूटियां आयात करता है।
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2- पोर्ट्स पर भी पाकिस्तान बैन
भारत ने शनिवार को भारतीय बंदरगाहों पर पाकिस्तानी जहाजों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया, साथ ही भारतीय जहाजों को पाकिस्तानी बंदरगाहों पर जाने से भी रोक दिया है। मर्चेंट शिपिंग एक्ट की धारा 411 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए डीजीएस ने अपने आदेश में कहा कि पाकिस्तान का झंडा लगे किसी जहाज को किसी भी भारतीय बंदरगाह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसके अलावा आदेश के तहत भारतीय ध्वज वाले किसी जहाज को पाकिस्तान के किसी भी बंदरगाह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐतिहासिक रूप से, भारत और पाकिस्तान के बीच समुद्री व्यापार काफी हद तक प्रतीकात्मक रहा है। दोनों देशों की अरब सागर में समुद्री सीमा है लेकिन तनावपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों ने वाणिज्यिक जहाजों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर रखा है।
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3- डाक सेवा पर पूर्ण प्रतिबंध
सरकार ने शनिवार को पाकिस्तान के साथ हवाई और भूमि दोनों मार्गों से मेल और पार्सल के आदान-प्रदान पर रोक लगा दी। इसके साथ ही सीमा पार संबंधों के मद्देनजर इस्लामाबाद पर नए दंडात्मक उपाय भी लागू कर दिए है। संचार मंत्रालय के डाक विभाग द्वारा जारी तथा देश भर के सभी डाक सर्किलों के प्रमुखों को भेजे गए आदेश के अनुसार हवाई तथा सतही मार्गों से पाकिस्तान से आने वाले सभी श्रेणियों के मेल तथा पार्सल का आदान-प्रदान” निलंबित कर दिया गया है।
4- पाकिस्तान के यूट्यूब चैनल और सेलिब्रिटी अकाउंट पर प्रतिबंध
केंद्र की मोदी सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें डॉन न्यूज़, समा टीवी, एआरवाई न्यूज़ और जियो न्यूज़ जैसे कुछ प्रमुख चैनल शामिल हैं। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर और बासित अली के यूट्यूब चैनल भी ब्लॉक कर दिए गए हैं, जबकि कई पाकिस्तानी हस्तियों के इंस्टाग्राम अकाउंट भी बैन कर दिए हैं। इनमें फवाद खान, आतिफ असलम, हानिया आमिर और माहिरा खान शामिल हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, फवाद खान लगभग नौ साल बाद “अबीर गुलाल” के साथ बॉलीवुड में वापसी करने वाले थे, लेकिन हमले के बाद इसकी रिलीज अधर में लटक गई है।
5- सिंधु जल संधि भी रद्द
चार युद्ध और सीमा पार से आतंकवाद के बावजूद जो सिंधु जल संधि भाहरत ने कभी रद्द नहीं की थी। अब पहली भारत सरकार ने उसे भी रद्द कर दिया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपना समर्थन त्याग नहीं देता। यह निलंबन तब तक प्रभावी रहेगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन देना बंद नहीं कर देता। भारत और पाकिस्तान के बीच नौ साल की बातचीत के बाद 19 सितंबर, 1960 को कराची में IWT पर हस्ताक्षर किए गए थे।
6- अटारी वाघा सीमा बंद
पहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद ही केंद्र सरकार ने शॉर्ट टर्म वीजा पर सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया था। एक सप्ताह तक सीमा पार से भारी आवाजाही के बाद 1 मई को अटारी-वाघा सीमा पूरी तरह से बंद कर दी गई थी। 25 अप्रैल को अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट के बंद होने के बाद से, 780 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक सीमा पार कर गए हैं, जबकि भारतीय नागरिकों और लंबे वक्त तक का वीजा वाले पाकिस्तानियों सहित लगभग 1,560 लोग सीमा पार करके भारत आए हैं।
7- पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीज़ा छूट रद्द
पहलगाम आतंकवादी हमले के एक दिन बाद ही सीसीएस की मीटिंग में सरकार ने घोषणा की कि पाकिस्तानी नागरिकों को अब सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि अतीत में पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी एसवीईएस वीज़ा रद्द माने जाएंगे। एसवीईएस वीज़ा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है।
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8- पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों का निष्कासन
24 अप्रैल को सीसीएस की बैठक के बाद भारत ने नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित घोषित कर दिया और उन्हें देश छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था। सरकार ने यह भी घोषणा की कि भारत इस्लामाबाद में उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा।
9- राजनयिक कार्मियों में कमी
भारत ने पाकिस्तान स्थित अपने उच्चायोग में अपने राजनयिक कर्मचारियों की कुल संख्या भी 55 से घटाकर 30 करने की घोषणा की है, जो 1 मई से प्रभावी होगी।
10- आतंकियों के ध्वस्त किए घर
पहलगाम हमले के बाद आतंकवाद पर नकेल कसते हुए सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद के लिए लोगों के परिवारों के कम से कम नौ घरों को उड़ा दिया है। ध्वस्तीकरण की शुरुआत लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आदिल अहमद थोकर के घर से हुई। इसके बारे में माना जाता है कि वह हमले में शामिल था। पुलवामा, बांदीपोरा और कुपवाड़ा में अन्य संदिग्धों के घरों को भी नष्ट कर दिया गया।