अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद भारत के साथ रणनीतिक संबंधों में ‘नई करवट’ की उम्मीद जताई जा रही है। दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के साथ ही आर्थिक, सैन्य और खुफिया सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम होगा। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष की नेता सोनिया गांधी समेत तमाम जानी-मानी हस्तियों ने डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने पर उन्हें बधाई दी है।  उधर, भारत में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध ‘शीर्ष नेताओं की निजी मित्रता’ से इतर और आगे ले जाए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप के पूर्ववर्ती बराक ओबामा की निजी मित्रता की चर्चा विश्व स्तर पर रही। अब उम्मीद जताई जा रही है कि ट्रंप की अगुवाई में दोनों देशों के संबंध में ‘रणनीतिक प्रगाढ़ता’ आएगी।

ट्रंप अपने चुनाव अभियानों में इस तरह के संकेत दे चुके हैं कि वे दोनों देशों के बीच सैन्य और खुफिया सहयोग बढ़ाने के पक्षधर हैं। वे भारत को अपना महत्त्वपूर्ण रणनीतिक साथी बता चुके हैं। आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमेरिका अब भारत को अपना महत्त्वपूर्ण साझीदार बनाएगा। चुनाव के अंतिम दौर में रिपब्लिकन हिंदू काउंसिल (आरएचसी) के एक आयोजन में ट्रंप ने कहा था कि ‘दोनों देशों के संबंधों से ज्यादा अहम’ कुछ भी नहीं है। ट्रंप अक्सर नरेंद्र मोदी को महान व्यक्ति कहते रहे हैं और उनकी अनवरत काम करने की ऊर्जा की तारीफ कर चुके हैं।

जीत के बाद बोले डोनाल्‍ड ट्रंप- मैं पूरे अमेरिका का राष्‍ट्रपति, सबके सपने पूरे करेंगे

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अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव परिणाम स्पष्ट होते ही नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के परिसर में संवाददाता जुटने लगे थे। परिणाम की आधिकारिक घोषणा के बाद संवाददाताओं से बातचीत में भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते आने वाले वर्षों में मजबूत होंगे। वर्मा ने कहा, हम लोग अगले प्रशासन को सही अवस्था में देश सौंप रहे हैं। वर्मा ने कहा, अमेरिका के अगले राष्ट्रपति का काम दोनों देशों को और करीब लाना होगा।