अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 80 के करीब पहुंच गया है। इस ऐतिहासिक गिरावट को लेकर राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरना शुरू कर दिया है। इसको लेकर दिल्ली के लुटियंस जोन में कई जगहों पर यूथ कांग्रेस ने पोस्टर लगाकर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
बता दें कि दिल्ली में बन रहे नये संसद भवन के पास यूथ कांग्रेस द्वारा लगाए गए एक पोस्टर में पीएम मोदी को धन्यवाद दिया गया है। इसके अलावा उसमें ‘फटा पोस्टर निकला डॉलर’ दर्शाया गया है। पोस्टर में पीएम मोदी का कार्टून भी छापा गया है। पोस्टर में लिखा है, ‘डॉलर के मुकाबले 80 रुपया।’ इसके अलावा इस पोस्टर में थैंक्यू मोदी जी लिखा है।
दरअसल मनमोहन सिंह सरकार के समय रुपये में होने वाली गिरावट को लेकर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर रही थी। ऐसे में उन दिनों की याद दिलाकर कांग्रेस भाजपा पर निशाना साध रही है। इसको लेकर कुछ नेताओं ने पीएम मोदी को देश के लिए हानिकारक बताया तो कुछ ने पीएम मोदी को उनके पुराने भाषण की याद दिलाई।
राहुल गांधी ने ट्वीट से साधा निशाना: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट में रुपये की हालत पर लिखा है, “40 रुपये पर ‘ताज़ा’, 50 पर ‘संकट में भारत’, 60 पर आईसीयू, 70 पर आत्मनिर्भर, 80 पर अमृतकाल।” इसके अलावा 15 जुलाई को भी एक अन्य ट्वीट में राहुल गांधी ने लिखा था, “देश निराशा की गर्त में डूबा है, ये आपके ही शब्द हैं ना, प्रधानमंत्री जी? उस वक़्त आप जितना शोर मचाते थे, आज रूपए की कीमत तेज़ी से गिरती देखकर उतने ही ‘मौन’ हैं।”
सुरजेवाला ने क्या कहा: कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रुपये की गिरावट को रोकने में असमर्थ मोदी सरकार अपनी सारी विश्वसनीयता खो रही है। अब रुपया मार्गदर्शक मंडल की उम्र पार कर चुका है। उन्होंने लिखा कि यह अभी और कितना गिरेगा। सरकार की साख और कितनी गिरेगी। वाह मोदी जी।
बता दें कि आए दिन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपया में गिरावट देखी जा रही है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है।
अशोक गहलोत ने कहा: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा, “रुपये की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट के बाद 1 डॉलर की कीमत पहली बार 80 रुपये के पार हो गई है। यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए चिंताजनक स्थिति है। यह दिखाता है कि मोदी सरकार के पास अर्थव्यवस्था को लेकर कोई कार्ययोजना नहीं है। यूपीए सरकार के समय 1 डॉलर की कीमत 60 रुपये होने पर सवाल पूछने वाले आज कहां चले गए?”