बीबी हरिचंदन को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है, जबकि छत्तीसगढ़ में यह जिम्मेदारी अनुसुइया उइके को सौंपी गई है। मंगलवार (16 जुलाई, 2019) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यपाल पद के लिए उनकी फाइलों को मंजूरी दे दी, जिसके बाद राष्ट्रपति भवन ने इस बारे में प्रेस विज्ञप्ति जारी की। राष्ट्रपति भवन ने बयान जारी कर बताया, “अनसुइया उइके को छत्तीसगढ़ और बिस्व भूषण हरिचंदन को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।”
अनुसुइया, पूर्व राज्यसभा सांसद हैं। मौजूदा समय में वह राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष हैं, जबकि हरिचंदन ओडिशा के पूर्व कानून मंत्री हैं।
हरिचंदन 1971 में भारतीय जनसंघ से जुड़े थे और तभी उसके राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य बने थे। साल 1977 में जनता पार्टी बनने तक वह इसके राज्य महासचिव रहे, जबकि 1975 में वह एमआईएसए के तहत हिरासत में लिए गए थे। बाद में वह बीजेपी में आए और 1980 से 1988 के बीच प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहे।
बता दें कि ओडिशा के बीजेपी नेता हरिचंदन, ई.एस.एल नरसिम्हन की जगह लेंगे, जबकि नरसिम्हन पिछले एक दशक से आंध्र प्रदेश के राज्यपाल थे।
वहीं, उइके मध्य प्रदेश की भाजपा नेता हैं। वह सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, छत्तीसगढ़ राज्यपाल पद का अतिरिक्त प्रभार संभाल रही थीं। इससे पहले, कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का और देवव्रत आचार्य को गुजरात का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।