Indian Army: पाकिस्तान की तरफ से हालिया घटनाओं को देखते हुए भारतीय सेना LOC पर पाकिस्तानी ड्रोन से निपटने के लिए अब पूरी तरह मुस्तैद है। पाकिस्तान की साजिश से निपटने के लिए सेना ने सीमा पर एक्वा जैमर और मल्टी शाॉट गन की तैनाती की है। बता दें, इस साल पाकिस्तान ने जम्मू में कई बार ड्रोन से साजिश रची और ड्रोन के जरिए जम्मू में एक्टिव आतंकियों और उनके मददगारों तक न केवल हथियार, बल्कि घातक माने जाने वाले स्टिकी बम पहुंचाने की कोशिश की है।
रक्षा सूत्रों ने कहा, ‘सेना ने नियंत्रण रेखा पर क्वाडकॉप्टर जैमर लगाए हैं, जिन्हें एक्वा जैमर कहा जाता है और वे मल्टी शॉट गन द्वारा समर्थित हैं। एक्वा जैमर की क्षमता 4,900 मीटर की ऊंचाई तक होती है।
यह एक्वा जैमर दुश्मन के ड्रोन को फ्रीज करने से पहले उसके ऑपरेटर के साथ सीमा पार से उसकी कनेक्टिविटी को तोड़ देते हैं। इस कार्रवाई के बाद इसे नीचे लाने के लिए मल्टी वेपन प्लेटफॉर्म पर लगे मल्टी शॉट गन द्वारा दूसरी कार्रवाई की जाती है। दो मशीनों का संचालन कई सैनिकों द्वारा किया जाता है’।
एक्वा जैमर 5 किमी की रेंज तक ड्रोन सिग्नल का पता लगा सकता है। मल्टी वेपन प्लेटफॉर्म के बारे में, सूत्रों ने कहा, ‘इस पर लगी तीन बंदूकें त्रिकोणीय प्रारूप में एक बार में नौ शॉट फायर करती हैं, जिससे दुश्मन के ड्रोन को आग से बचने की कोई गुंजाइश नहीं रहती है। दोनों सिस्टम को एलओसी से करीब 400 मीटर पीछे तैनात किया गया है।
इस साल जनवरी से सितंबर तक 191 पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय क्षेत्र में घुसे
सूत्रों ने कहा कि निगरानी केंद्र कैमरों और थर्मल इमेजर्स से लैस हैं और 24×7 काम करते हैं, ताकि विरोधी की किसी भी गतिविधि का पता लगाया जा सके। बता दें, हथियारों, विस्फटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए पाकिस्तान से भारतीय हवाई क्षेत्र में पाकिस्तानी ड्रोन के घुसने में तेजी आई है, जो सीमा सुरक्षा बल के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। इस साल जनवरी से सितंबर तक, 191 पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय क्षेत्र में घुसे हैं। जिनमें से 171 पंजाब सेक्टर में और 20 जम्मू सेक्टर में देखे गए।