इस मौके पर गुरुवार को देश के 50 शहरों में चुनिंदा प्रमुख एक सौ स्मारकों को रोशन किया गया। देशभर में फैले यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल समेत केंद्र सरकार संरक्षित सौ स्मारक सप्ताह भर के लिए रोशनी से जगमग रहेंगे और इन पर इस प्रभावशाली समूह के प्रतीक चिह्न (लोगो) को उकेरा गया है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों को रोशनी के साथ जी-20 का प्रतीक चिह्न (लोगो) लगाने के निर्देश दिए गए हैं।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की जी20 अध्यक्षता को संरक्षण, सद्भाव और उम्मीद की अध्यक्षता बनाने के लिए एकजुट होने और मानव-केंद्रित वैश्वीकरण के एक नए प्रतिमान को स्वरुप देने के लिए साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया। लाल किला, कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, ताजमहल समेत विभिन्न स्मारकों को रोशन किया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने आज औपचारिक रूप से इंडोनेशिया से जी20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान उसकी प्राथमिकताओं के बारे में लेख लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के विषय से प्रेरित होकर एकता को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा और आतंक, जलवायु परिवर्तन, महामारी को सबसे बड़ी चुनौतियों के तौर पर सूचीबद्ध करेगा जिनका एक साथ मिलकर बेहतर तरीके से मुकाबला किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘भारत की जी-20 प्राथमिकताओं को न केवल हमारे जी-20 भागीदारों, बल्कि दुनिया के दक्षिणी हिस्से के हमारे साथी देशों के परामर्श से आकार दिया जाएगा, जिनकी आवाज अक्सर अनसुनी कर दी जाती है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का जी-20 एजंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई उन्मुख और निर्णायक होगा।

भारतीय कूटनीति के लिहाज से मील का पत्थर मानी जा रही जी-20 की अध्यक्षता पर अपने विचार साझा करते हुए लेख में उन्होंने लिखा, ‘भारत का जी20 एजंडा समावेशी, महत्त्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और निर्णायक होगा।’दूसरी ओर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट : इंगेजिंग यंग माइंड्स’ विषय पर अपने संबोधन में कहा कि जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत ‘खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, समतामूलक स्वास्थ्य समाधान सहित तात्कालिक महत्त्व के उन विषयों पर समूह के सदस्य देशों का समर्थन जुटाएगा, जिसका सामना कोविड के बाद दुनिया को करना पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की बड़ी चुनौतियों का समाधान ‘एक दूसरे से लड़ाई’ करके नहीं बल्कि मिलकर काम करके ही निकाला जा सकता है। ऐसे में जी-20 समूह में भारत का एजेंडा ‘समावेशी, महत्त्वाकांक्षी, कार्योन्मुखी और निर्णायक’ होगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जी20 समूह की भारत की अध्यक्षता ग्रहण करने के पहले दिन कई गतिविधियां हुर्इं। इस दिन ‘जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट : इंगेजिंग यंग माइंड्स’ विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिससे डिजिटल माध्यम से देश के 75 विश्वविद्यालय जुड़े। उन्होंने कहा कि जी20 समूह की भारत की अध्यक्षता के दौरान देश के 50 से अधिक स्थानों पर 200 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

इस अवसर पर देशभर में फैले यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल समेत केंद्र सरकार संरक्षित सौ स्मारकों को सप्ताह भर के लिए रोशनी से जगमग रहेंगे और इन पर इस प्रभावशाली समूह के लोगो को उकेरा गया है, जिसकी शुरूआत हो गई है। गुरुवार की शाम नगालैंड में 23वें हार्नबिल महोत्सव का उद्घाटन किया जा रहा है जिसमें जी20 मुख्य रूप से केंद्रित होगा।