महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद ने गुरुवार को शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे का INDIA गठबंधन की बैठक में शामिल होना दिखाता है कि उन्होंने शिवसेना के संस्थापक और अपने पिता की विचारधारा छोड़ दी है।

शिवसेना के नेताओं ने इस दौरान सवाल किया कि क्या उद्धव ठाकरे सावरकर के अपमान के लिए राहुल गांधी से माफी मांगेंगे। उन्होंने कहा, “इन नेताओं के साथ उद्धव ठाकरे का गठबंधन बालासाहेब के सिद्धांतों के साथ विश्वासघात है। क्या उद्धव ठाकरे राहुल गांधी से स्वातंत्र्यवीर सावरकर के अपमान के लिए माफी मांगने को कहेंगे?”

मुंबई में प्रेस वार्ता के दौरान शिवसेना सांसद गजानन कीर्तिकर ने कहा कि ये सभी पार्टियां वंशवाद की सियासत का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि मीटिंग में शामिल 28 दलों में से 17 विकास के बजाय वंशवाद की राजनीति कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि INDIA गठबंधन के घटक दलों के बीच बहुत सारे विरोधाभास हैं। दुखद ये है कि उद्धव ठाकरे उन नेताओं का वेलकम करने जा रहे हैं जिन्होंने हिंदुत्व के खिलाफ रुख अपनाया है। दिशाहीन राहुल गांधी को PM बनाने की पहल ठाकरे कर रहे हैं। वह उन सभी का स्वागत-सत्कार करेंगे जो हिंदू विरोधी हैं, चाहे वो सपा के नेता हों जिन्होंने ‘कार सेवकों’ पर गोली चलाने का आदेश दिया था, लालू प्रसाद यादव जिन्होंने लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा को रोका था।

इस दौरान शिंदे सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने कहा कि क्या आपको ये कहने में शर्म नहीं आती कि अंग्रेजों ने भी भारत को लूटा और देश के विकास में योगदान भी दिया। उन्होंने कहा कि जहां इंडिया गठबंधन की मीटिंग चल रही है, उस जगह से बाला साहेब से नाता है। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने जब सावरकर का अपमान किया था तब बाला साहेब ने यह सुनिश्चित किया कि वह कभी मुंबई में प्रवेश न करें। उन्होंने उद्धव ठाकरे को कांग्रेस की कठपुतली करार दिया।

क्या बाला साहेब को श्रद्धांजलि देंगे विपक्ष के नेता

उन्होंने सवाल किया कि क्या जो नेता मुंबई आ रहे हैं वो बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने मुंबई जाएंगे? क्या आप उनसे सावरकर का अपमान करने के लिए सवाल करेंगे? बाला साहेब ने जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने का समर्थन किया था। क्या मीटिंग में इसपर चर्चा होगी। बाला साहेब ने कहा कि वो शिवसेना को कांग्रेस नहीं बनने देंगे। बाला साहेब के विचार थे कि वो पार्टी को खत्म कर देंगे लेकिन कांग्रेस का साथ नहीं देंगे।