LAC Dispute of India and China: गुरुवार (8 सितंबर) को भारत और चीन की सेनाओं ने ईस्टर्न लद्दाख के गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स (पेट्रोलिंग प्वाइंट-15) को लेकर बातचीत की। इस बातचीत के बाद दोनों देशों ने इस एरिया से पीछे हटना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही मई 2020 से जो तनाव दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर शुरू हुआ था वो थमता हुआ दिखाई दिया। वहीं शनिवार को रक्षा और विदेशी मामलों के विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने एक बार फिर इस मुद्दे को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, अभी तक सीमा विवाद को लेकर जितना भी सैन्य क्षमता का नुकसान हुआ है वो कीमत सिर्फ भारत ने ही चुकाई है।
चेलानी ने कहा कि भारत ने इन इलाकों में पारंपरिक रूप से गश्त की थी। अब गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स में भी ऐसा ही होगा, जिसमें भारत को पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 में नए प्रतिरोध का सामना करना होगा। यहां पर पहले जैसी स्थिति भी संभव नहीं लगती है। हालांकि LAC पर डेपसचॉक इलाके को लेकर अभी भी दोनों देशों की सेनाओं के बीच अभी भी गतिरोध कायम है। दोनों देशों के बीच ये विवाद काफी दिनों से चल रहा है। गुरुवार को दोनों दशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि 16वें दौर की हुई कोर कमांडर स्तर की बातचीत के बाद बनी सहमति के मुताबिक ये फैसला लिया गया है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने उठाए सवाल
पूर्वी लद्दाख में ही गोगरा, पैंगोंग और हॉट स्प्रिंग इलाकों से सैनिक जरूर पीछे हटे हैं लेकिन चुनौती अभी भी बनी हुई है। बीजेपी नेता सब्रमण्यम स्वामी ने इसके अगले दिन यानि शुक्रवार (9 सितंबर) को ट्वीट कर कहा कि, ‘डेपसांग और डेमचोक (सीएनएन) की प्रमुख समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।अगले सप्ताह में होने वाली SCO की मीटिंग से पहले चीनी समन्वित और नियोजित वापसी, जहां पीएम नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स (पीपी-15) के क्षेत्र में मौजूद होंगे, इसको पीएम मोदी के लिए एक ट्रैप के रूप में देखा जा रहा है।’
SCO सम्मेलन में आमने-सामने होंगे पीएम मोदी और जिनपिंग!
उज्बेकिस्तान में 15 और 16 सितंबर को होने वाली SCO सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग आमने-सामने होंगे। हालांकि, एससीओ सम्मेलन से हटकर अभी तक विदेश मंत्रालय से कोई ऐसा संकेत नहीं मिला है कि दोनों नेता वहां बैठक करेंगे। लेकि इस बात के कयास जरूर लगाए जा रहे हैं कि तनातनी के दौर में पहली बार आए नरमी के रूख की वजह से हो सकता है कि दोनों नेताओं की बैठक हो। पीएम मोदी सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। पहले तो शी जिनपिंग वर्चुअली इस बैठक में हिस्सा लेने वाले थे, लेकिन अब वह भी एससीओ की बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे हैं।