पीएम मोदी ने हाल ही में हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान कहा था कि भारतीय सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई है। लेकिन लद्दाख के एक बौद्ध नेता का कहना है कि चीनी सेना ने भारतीय इलाके में घुसपैठ की है। लद्दाख के बुद्धिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पी.टी.कुंजांग ने अपने बयान में कहा है कि “मैं अक्साई चीन की बात नहीं कर रहा हूं, उसे तो वह पहले ही ले चुके हैं। उन्होंने अभी भी ऐसा किया है। लेकिन मैं ये नहीं जानता कि वह कितने वर्ग किलोमीटर अंदर तक आ गए हैं लेकिन घुसपैठ हुई है।”
द टेलीग्राफ के साथ बातचीत में बुद्धिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि “श्योक से लेकर कराकोरम तक बहुत बड़ा इलाका है क्योंकि यहां एलएसी साफ तौर पर चिन्हित नहीं है इसलिए यहां घुसपैठ हुई है। फिर चाहे वो गलवान घाटी हो या फिर पैगोंग इलाका या डेमचोक।” कुंजांग ने बताया कि गलवान एक असैन्य इलाका था और यहां दोनों तरफ से सेनाएं यहां पेट्रोलिंग के लिए नहीं जाती थीं।
बता दें कि लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन लद्दाख का सबसे ताकतवर सामाजिक धार्मिक संगठन है। लद्दाख के चुसुल से भाजपा काउंसलर कोचोक स्टेंजिन ने भा बताया है कि चीन ने भारत की जमीन में घुसपैठ की है लेकिन यह घुसपैठ कितने अंदर तक ही इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
बुद्धिस्ट एसोसिएशन के चीफ ने बताया कि दोनों देशों को एलएसी को साफ तरीके से चिन्हित करना चाहिए और भारत को सीमा पर अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना चाहिए।
बता दें कि पीएम मोदी ने बीते दिनों अपने बयान में कहा था कि किसी ने भी भारत की जमीन पर घुसपैठ नहीं की है और ना ही किसी चौकी पर कब्जा किया है। पीएम के इस बयान पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने उन्हें निशाने पर ले लिया है। पार्टी के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर पूछा था कि यदि भारतीय सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई तो गलवान घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय जवान किसकी जमीन पर शहीद हुए?