पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर मौजूदा मुद्दों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच हाल ही में 19वें दौर की सैन्य वार्ता हुई। वार्ता के कुछ दिनों बाद अब जमीन पर भारतीय सैन्य कमांडर कुछ पारस्परिक रूप से बॉर्डर पर स्वीकृत बिंदुओं पर लिमिटेड डिसइंगेजमेंट (Limited Disengagement) पर चर्चा कर रहे हैं।

एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि चर्चा का उद्देश्य अगले आदेशों पर एलएसी पर लिमिटेड डिसइंगेजमेंट के लिए मंच तैयार करना है। इसके साथ-साथ जमीन पर स्थानीय सैन्य कमांडरों के बीच नियमित बातचीत भी जारी रहेगी। एक सूत्र ने कहा, “चरणों में डिसइंगेजमेंट की योजना बनाई जा रही है। हालांकि, इसके लिए अप्रूवल का इंतजार है।”

G20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली आएंगे चीनी राष्ट्रपति

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए जोहानिसबर्ग में हैं। ऐसे में सभी की निगाहें शिखर सम्मेलन से इतर दोनों नेताओं के बीच संभावित मुलाकात पर टिकी हैं। इसके अलावा चीनी राष्ट्रपति अगले महीने G20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली की यात्रा करने वाले हैं।

पिछले हफ्ते, भारत और चीन ने दौलत बेग ओल्डी (DBO) और चुशुल में मेजर जनरल स्तर की वार्ता की। जिसके आधार पर अधीनस्थ कमांडर अपने-अपने जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों में सैनिकों की सीमित पुन: तैनाती के लिए विभिन्न संभावित योजनाएं तैयार कर रहे हैं।

LAC पर सैनिकों की वापसी की योजनाओं पर विचार

सूत्रों ने कहा कि LAC पर सैनिकों की वापसी की विभिन्न संभावनाओं की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है। संबंधित ब्रिगेड कमांडरों और जमीन पर कमांडिंग अधिकारियों के बीच अगले कई हफ्तों तक बातचीत होगी। हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस ने पहले बताया था कि मेजर जनरल स्तर की वार्ता मौजूदा मुद्दों को हल करने के तरीकों पर फैसला लेने के लिए आयोजित की गई थी। जिसमें एलएसी पर विवाद के अलावा एलएसी के साथ 2020 से पहले के सभी पेट्रोलिंग पॉइंट्स तक पहुंचना भी शामिल था।

भारत और चीन के बीच 19वें दौर की सैन्य वार्ता

सैन्य कमांडरों ने कई मुद्दों पर चर्चा की, जैसे पारस्परिक रूप से यह सुनिश्चित करना कि एलएसी के करीब कोई नई पोस्ट न बनाई जाए और गश्त की विशिष्ट सीमाओं की पहचान की जाए। दोनों पक्षों के बीच स्थानीय कमांडरों की बातचीत के माध्यम से जमीन पर एक-दूसरे की गतिविधियों पर आपत्तियों को हल करने, एक-दूसरे पर विश्वास पैदा करने और जिम्मेदारी के क्षेत्रों में पेट्रोलिंग और इंगेजमेंट के लिए नियमों के निर्धारण पर चर्चा की गयी। साथ ही देपसांग मैदान और डेमचोक के मुद्दों को हल करने की दिशा में काम करने पर भी चर्चा की गई।

चर्चा में भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व त्रिशूल डिवीजन के संबंधित जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल पीके मिश्रा और राष्ट्रीय राइफल्स बल के मेजर जनरल हरिहरन द्वारा किया गया था, जो 2021 में जम्मू-कश्मीर से लद्दाख चले गए थे।